गुरुग्राम। राज्य चौकसी ब्यूरो गुडग़ांव की टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपी एचसीएस अधिकारी राजेश
प्रजापति को शुक्रवार को जिला अदालत में एक रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद पेश किया। जिस पर अदालत ने रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में जिला जेल भौंडसी भेज दिया है। आरोपी एचसीएस अधिकारी को राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम ने गत दिवस गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया था। इस दौरान राज्य चौकसी ब्यूरो ने आरोपी से कई जानकारी भी हासिल की, बताया जाता है। गौरतलब है कि वर्ष 2019-20 के दौरान एचसीएस अधिकारी राजेश प्रजापति पटौदी में एसडीएम के तौर पर कार्यरत थे। उसी दौरान फरीदाबाद के एक कारोबारी की स्टांप ड्यूटी का मामला उनके
समक्ष आया था। उन पर आरोप है कि स्टांप ड्यूटी कम करने को लेकर उन्होंने 18 लाख रुपए भी लिए थे। बाकी धनराशि भी समय-समय पर लेनी थी। बताया जाता है कि किन्हीं कारणों से कारोबारी का काम नहीं हो सका। जिसके बाद उसने दी हुई धनराशि लौटाने की एचसीएस अधिकारी से मांग भी की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसकी शिकायत प्रदेश सरकार से भी की गई थी। सरकार ने राज्य चौकसीब्यूरो को इस मामले की जांच सौंपी थी। राज्य चौकसी ब्यूरो ने जांच में अधिकारी पर लगे आरोप सही पाए थे। जिस पर गत 6 सितम्बर को उनके विरुद्धगुडग़ांव स्थित राज्य चौकसी ब्यूरो के थाने में मामला दर्ज किया गया था।बताया जाता है कि आरोपित एचसीएस अधिकारी वर्तमान में हिसार मंडलायुक्त केओएसडी के रुप में कार्यरत थे।