ताज़ा राष्ट्रीय स्पेशल

Happy Mahashivratri 2024: जानें शिवरात्रि पर शिवजी की पांच गुफाओं का रहस्य

महादेव आदि अंत से परे हैं। आज भी धरती पर महादेव से जुड़ी कई ऐसी गुफाएं और मंदिर हैं जिनका राज आज भी सुलझ नहीं पाया हैं। लेकिन, भगवान शिव की ये गुफाएं अपने अंदर पौराणिक इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता के संजोए हुए हैं। आइए जानते हैं भगवान शिव की 5 ऐसी रहस्यमय गुफा जिनका रहस्य जान हैरान रह जाएंगे आप पहले नम्बर पर है पाताल भुवनेश्वर गुफा। इस गुफा की खोज कलयुग में आदि शंकराचार्य ने आठवी सदी में की थी। जहां नागों के राजा के अवशेष मिले थे। यहां भगवान शिव के साथ साथ सभी देवी देवताओं के दर्शन करना का सौभाग्य प्राप्त होता है। इस गुफा में आपको भगवान शिव के साथ साथ चारों धामों के दर्शन हो जाएंगे।

राक्षस को भगवान शिव ने किया भस्म

दूसरे नम्बर पर है शिव खोड़ी की गुफा। जम्मू के रयासी जिले में स्थित शिवखोड़ी की गुफा 150 मीटर लंबी है। इस गुफा के बारे में कहा जाता है कि यहां भगवान शिव साक्षात अपने पूरा परिवार के साथ माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय के साथ विराजमान हैं। ऐसी मान्यता है कि इस गुफा के दूसरे छोर पर अमरनाथ की गुफा है। इस गुफा की लंबाई 150 मीटर है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भस्मासुर नामक राक्षस को भगवान शिव ने यहीं भस्म किया था। इस गुफा के बारे में ये भी कहा जाता है कि इस गुफा में भगवान शिव के दर्शन करने के बाद जो भी व्यक्ति आगे जाता है वह कभी लौटकर नहीं आता है।

भगवान शिव ने सुनाई अमर होने की कथा

तीसरी गुफा है अमरनाथ गुफा। अमरनाथ भगवान शिव की सबसे रहस्यमय गुफाओं में से हैं यहां भगवान शिव बर्फानी रूप में स्थिति है। यहां हर साल बर्फ से शिवलिंग का आकार बन जाता है। ऐसी मान्यताएं हैं कि इस गुफा में ही भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर होने की कथा सुनाई थी। इस गुफा के बारे में हैरान करने वाली बात यह है कि यहां बना शिवलिंग ठोस बर्फ से बना है जबकि नीचे फैली बर्फ बहुत नरम होती है।

बूंद-बूंद कर टपकता रहता है पानी

चौथी गुफा है दुर्वासा ऋषि की गुफा। अमरकंटक मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में भगवान शिव ने जब त्रिपुर नामक राक्षस का वध किया था। यहां एक गुफा है जिसे दुर्वासा गुफा के नाम से जाना जाता है। यहां दुर्वासा ऋषि की प्रतिमा के साथ साथ उनके आराध्य महादेव का शिवलिंग भी है। इस शिवलिंग की खास बात यह है कि यहां बूंद-बूंद करके पानी टपकता रहता है। ऐसी मान्यता है कि नर्मदा नदी भगवान शिव का अभिषेक करती रहती हैं।

भगवान शिव का वर्षों पुराना शिवलिंग

पांचवी गुफा है तुलार गुफा,छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भगवान शिव की एक बहुत ही ऐतिहासिक गुफा है। इनमें से एक तीन जिलों की सरहद पर अबूझमाड़ में स्थित तुलार गुफा भी है। कहा जाता है कि यहां भगवान शिव का वर्षों पुराना शिवलिंग स्थापित है। यहां पूरे साल भगवान शिव का अभिषेक प्राकृति करती रहती है। यहां चट्टानों से पानी गिरता रहता है। यहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल है। महाशिवरात्रि पर हजारों की संख्या में लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। तो कैसी लगी आपको ये जानकारी वीडियो पर कमेंट कर के जरूर बताइयेगा।

You may also like