अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी देते हुए कहा कि रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 आंकी गई है। भूकंप की कंपन से स्थानीय लोग सहम गए। डर से लोग अपने घरों से बाहर आ गए। फिलहाल किसी तरह की जान माल की हानि की जानकारी नहीं है।
भूकंप की गहराई की गई दर्ज
एनसीएस (National Centre for Seismology) के मुताबिक भूकंप के झटके सुबह 10:11 बजे महसूस किए गए। भूकंप की गहराई 60 किलोमीटर जमीन के अंदर इसका केंद्र बताया जा रहा है। आधिकारिक हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा गया कि तीव्रता का भूकंप, 4.3 रही। भूकंप 10:11:01 IST पर आया, अक्षांश: 36.77 और लंबाई: 97.17, गहराई: 60 किलोमीटर, स्थान: पैंगिन से 975 किमी उत्तर। फिलहाल अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
दिल्ली में भी महसूस किए गए थे झटके
वहीं बीते दिनों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एनसीआर के इलाकों में 23 जनवरी 2024 को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र चीन का दक्षिणी झिंजियांग रहा था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.2 मापी गई थी। 11 बजकर 39 मिनट 11 सेकेंड पर ये भूकंप आया। जमीन के 80 किलोमीटर अंदर इसका केंद्र बताया गया था।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूम रही हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
भूकंप आने पर क्या करें
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं। मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें। टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें। घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें। बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें। आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें। लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें, पेंडुलम की तरह हिलकर दीवार से टकरा सकती है लिफ्ट और बिजली जाने से भी रुक सकती है। कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें, आमतौर पर इमारतों में बनी सीढ़ियां मज़बूत नहीं होतीं। झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें।