दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन टीम ने लश्कर ए तैयबा मॉड्यूल के आतंकी को गिरफ्तार किया है। आतंकी की पहचान रियाज अहमद के रूप में हुई है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने कार्रवाई की रियाज नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के एग्जिट गेट नंबर 1 से पुलिस टीम को देखने के बाद भागने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आतंकी एलओसी के पार से हथियार और गोला-बारूद रिसीव करने के मामले में शामिल था।
फरार चल रहा था आतंकी रियाज
हथियार और गोला-बारूद पीओके स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी मंजूर अहमद शेख उर्फ शकूर और काजी मोहम्मद खुशाल ने भेजे थे। दोनों अपनी डील को सीमा पार से ऑपरेट कर रहे थे। डीसीपी रेलवे के पीएस मल्होत्रा के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में जांच एजेंसियों से विशेष जानकारी मिली कि कुपवाड़ा का रहने वाला रियाज़ अहमद राथर जम्मू-कश्मीर हाल ही में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल मामले में वांटेड चल रहा है। इसके अलावा जानकारी मिली थी कि रियाज अहमद फरार है और जल्द ही तड़के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचेगा।
दूसरे ठिकाने पर जाने की फिराक में था रियाज
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने की पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने दोस्त अल्ताफ के साथ जबलपुर से महाकौशल एक्सप्रेस में सवार हुआ था और तीन फरवरी की दोपहर करीब तीन बजे हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंचा था। वहां से आटो लेकर वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा था। रियाज अहमद राथर किसी दूसरे ठिकाने पर जाने वाला था इससे पहले वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। रियाज अहमद पर खुर्शीद अहमद राथर से हथियार और गोला-बारूद की खेप प्राप्त करने का आरोप है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस को किया गया सूचित
यूसुफ राथर और गुलाम सरवर राथर को जम्मू-कश्मीर पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। रियाज अहमद और उसका दोस्त अल्ताफ 31 जनवरी 2023 को भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके कब्जे से एक मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड बरामद किया गया है। रियाज अहमद को कानून की उचित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है और जम्मू-कश्मीर के संबंधित थाना पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है।