गुरुग्राम, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज देश दुनिया के निवेशकों के लिए हरियाणा पहली पसंद बन चुका है। विकासात्मक बदलाव में सरकार के साथ ही आधारभूत ढांचागत विकास में हमारें श्रमिकों का योगदान अतुलनीय है जिनके सहयोग से सूंई से जहाज निर्माण तक में हम आत्मनिर्भर बन रहे हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को लेजर वैली मैदान में विश्वकर्मा जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राजकीय श्रमिक दिवस समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। समारोह में केंद्रीय कॉरपोरेट राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व हरियाणा सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित हुए। दुनिया के सबसे बड़े शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्यमंत्री ने समारोह का शुभारंभ किया। श्रमिक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के श्रमिकों व उनके परिजनों की भलाई से जुडी अनेक कल्याणकारी योजनाओं की सौगात भी दी। समारोह से पूर्व परिसर में लगी प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की प्रगति में आपका महत्वपूर्ण योगदान है। आप व आपके परिवार की शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार की जिम्मेवारी हरियाणा सरकार की है। हर स्तर पर आपके सहयोग के लिए श्रम एवं रोजगार विभाग के माध्यम से योजनाओं को लागू करते हुए आपको लाभांवित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सत्यमेव जयते यानि सत्य की सदैव विजय कहा जाता है, उसी तर्ज पर स्वामी विवेकानंद ने श्रमेव जयते की बात कहते हुए श्रमिकों का सम्मान किया है। उन्होंने बताया कि आज से पांच वर्ष पहले 17 सितंबर, 2017 में सोनीपत से राज्य स्तरीय श्रमिक दिवस मनाने की शुरूआत की गई थी और आज का दिन श्रमिकों व उनके परिजनों के कल्याण को समर्पित दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने राजकीय श्रमिक दिवस समारोह में श्रमिकों व उनके परिजनों के कल्याण के लिए घोषणाओं का पिटारा खोल दिया। जिनमें श्रमिक परिवारों का वर्ष में एक बार निशुल्क चैकअप के लिए मुख्यमंत्री परिवार स्वास्थ्य परीक्षण योजना, श्रमिकों के कैशलैस चैकअप के लिए प्रदेश में 200 श्रम योगी क्लिनिक खोलने, श्रमिकों के लिए एडवांस लाइफ स्पोर्ट-एएलएस सुविधायुक्त 100 एंबुलेंस उपलब्ध कराना, सामान्य जांच व एक्स रे के लिए 44 मोबाइल मेडिकल वैन शुरू करने, भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत स्वरोजगार स्थापित करने के लिए आवदेक के लिए भवन निर्माण एवं श्रमिक कल्याण बोर्ड को गारंटर बनाने के साथ ही प्रवासी श्रमिकों व अपंजीकृत श्रमिकों की कार्यस्थल पर मृत्यु होने पर परिवार को दी जाने वाली ढाई लाख रूपए की वित्तिय सहायता को चार लाख रूपए करने की घोषणा की। वहीं अंत्योदय आहार योजना के तहत प्रदेश भर में 10 रूपए के भोजन के साथ 100 कैंटीन खोलने सहित कार्यस्थल पर होने वाली दुघर्टना में दिव्यांगता की स्थिति में दी जाने वाली आर्थिक सहायता को दोगुना करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के कल्याण के लिए सरकार ने उच्च शिक्षा, स्वरोजगार व वित्तीय सहायता देने के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं जिनसे जरूरतमंद श्रमिक लाभांवित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के बच्चों का पहली से आठवीं तक नि:शुल्क पुस्तकें व वर्दी उपलब्ध कराई जा रही है।
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