प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के सबसे लंबे ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। इससे दो घंटे की दूरी का सफर महज 20 मिनट में पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर 21,200 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस पुल का पूरा नाम अटल बिहारी वाजपेई शिवडी न्हावाशेवा अटल सेतु (एमटीएचएल) है। समुद्र पर बने देश के सबसे लंबे पुल पर सफर पूरा करने वाले कार चालकों को 250 रुपये टोल चार्ज लिया जाएगा।
टोल पर मचा था बवाल
MMRDA की तिमाही (जनवरी-मार्च, 2023) की रिपोर्ट में कार के लिए टोल की रकम 240 रुपए रखने का इरादा बना था। इस संदर्भ में जापान इंटरनैशनल कॉपरेशन एजेंसी (JICA) को रिपोर्ट भी भेजी गई थी। कैबिनेट की बैठक से पहले आदित्य ठाकरे ने भी ट्वीट करके एमटीएचएल को टोल फ्री रखने की मांग की थी। हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने 250 रुपये टोल का निर्णय लिया। इसका लक्ष्य प्रतिदिन 70,000 वाहनों को सेवा प्रदान करना है। इस पुल की सबसे बड़ी खासियत है कि इसके नीचे से दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक जहाज निकल सकता है।
ब्रिज किनारे साउंड बैरियर
समुद्र में हर साल सर्दियों में आने वाले फ्लेमिंगो पक्षियों को भी ध्यान रखा गया है। इसके लिए ब्रिज के किनारे साउंड बैरियर लगाया है। इस ब्रिज से भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की तस्वीर या वीडियो न ले इसके लिए व्यू बैरियर लगाया है। ऐसी लाइट्स लगी हैं, जोकि सिर्फ ब्रिज पर पड़े और समुद्री जीवों का नुकसान न हो।
क्या है खास
मोटरसाइकिल, मोपेड, तिपहिया वाहन, ऑटो, ट्रैक्टर, जानवरों द्वारा खींचे जाने वाले वाहन और धीमी गति से चलने वाले वाहनों के लिए कोई प्रवेश नहीं होगा। एमटीएचएल एक 6-लेन समुद्री लिंक है, जिसका विस्तार समुद्र पर 16.50 किलोमीटर और भूमि पर 5.5 किलोमीटर है। पुल के चढ़ने और उतरने पर गति 40 किमी प्रति घंटे तक सीमित रहेगी। मोटरबाइक, ऑटोरिक्शा और ट्रैक्टरों को समुद्री पुल पर अनुमति नहीं दी जाएगी। पुल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले 400 सीसीटीवी कैमरे से लैस है।