जेसीबी के ड्राइवर ने बताया कि वह जेसीबी से मदरसे को तोड़ रहा था कि पत्थर बरसने शुरू हो गए. लेकिन वह अपना काम करता रहा. फिर अचानक चारों तरफ से पत्थर फेंके जाने लगे. ढाई घंटे तक लगातार पत्थर बरसते रहे. उसके पूरे शरीर पर भी पत्थर लगे. हिंसा में अबतक 2 लोगों की मौत हुई है, वहीं 100 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं.
उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. कोर्ट के आदेश पर शहर में बने अवैध मदरसे को हटाने प्रशासन की टीम बनभूलपुरा गई थी. इसी दौरान उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. पुलिस की टीम को निशाना बनाया गया. सड़क पर खड़ी कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक लोग जख्मी हो गए.
जेसीबी के ड्राइवर हरविंदर ने बताया कि वह जेसीबी से मदरसे को तोड़ रहा था कि पत्थर बरसने शुरू हो गए. लेकिन वह अपना काम करता रहा. फिर अचानक चारों तरफ से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे वह वहां से भाग गया. ढाई घंटे तक लगातार पत्थर बरसते रहे. उसके शरीर पर भी पत्थर लगे. हरविंदर के सिर में काफी चोट आई है. उसका कहना है कि उसकी जेसीबी को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. हरविंदर के मुताबिक, एक समय लगा कि वह नहीं बचेगा, तो जेसीबी छोड़कर भाग निकला.
उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके- जेसीबी ड्राइवर संजीव
एक और जेसीबी ड्राइवर संजीव भी वहीं मौजूद था. उसका कहना है कि उसने जैसे ही जेसीबी चालू की तो पत्थर बरसने शुरू हो गए. फिर उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके और गोलियां चलाईं. बच्चे-बूढ़े सब पत्थर फेंक रहे थे. हर घर से पत्थर आ रहे थे. मोबाइल और पैसे छीन लिए गए. बुरी तरह से जख्मी नगर निगम कर्मी राजकुमार का कहना है कि मुझे पत्थर से मारा. सब भाग रहे थे. गांधी नगर किसी तरह से पहुंच के जान बचाई. अधिकारी भी भाग रहे थे. सब तरफ से पत्थर आ रहे थे. उम्मीद नहीं थी कि हम बचेंगे. पुलिसकर्मियों ने उपद्रवियों को काफी समझाने की कोशिश की. लेकिन वह एक नहीं सुन रहे थे. उपद्रवी ताबड़तोड़ पथराव करते हुए थाने पहुंच गए. फिर तो थाने पर पेट्रोल बम से हमला करना शुरू कर दिया. इस हिंसा में लगभग 100 पुलसकर्मी जख्मी हुए हैं.