गुरुग्राम पोष पूर्णिमा से माघ स्नान शुरु हो गया है, जो एक माह तक चलेगा। श्रद्धालु देश की पवित्र गंगा, यमुना, सरस्वती आदि में स्नान करने के लिए पहुंच चुके हैं। प्रयागराज में माघ मास के दौरान त्रिवेणी में स्नान करने के लिए पूरी व्यवस्था कर दी गई है। गुडग़ांव से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं। पोष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने शहर के विभिन्न मंदिरों में भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना की। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि माघ मास में पूरे माह में पवित्र नदियों में किया जाने वाला स्नान पुण्यदायी होता है। जहां आयु लंबी होती है, वहीं अकाल मृत्यु से भी रक्षा होती है। इससे आरोग्य, रूप, बल, सौभाग्य व सदाचरण की प्राप्ति होती है। उनका कहना है कि माघ माह में परिवार के सभी सदस्यों को नियमित रुप से प्रात: स्नान करना चाहिए। स्नान करने से दरिद्रता और पाप भी दूर हो जाते हैं। इस माह में सत्संग आदि का भी आयोजन होता है। उनका कहना है कि सत्संग में श्रद्धालुओं को बढ़-चढक़र भाग लेना चाहिए और सत्संग का श्रवण कर पुण्य भी कमाना चाहिए। उनका कहना है कि धार्मिक ग्रंथ पद्मपुराण में भी उल्लेख है कि वैशाख में जल व अन्न दान उत्तम माना जाता है और कार्तिक में तपस्या व पूजा लेकिन माघ में जप, यज्ञ और दान उत्तम माना गया है। इसलिए माघ माह में जहां तक भी हो सके अपनी ओर से जरुरतमंदों को दान किसी न किसी रुप में करना चाहिए।