गुरुग्राम, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च ने दुर्लभ लंग कैंसर से ग्रस्त 64 वर्षीय एक सोमालियाई मरीज़ का सफल इलाज किया। मरीज़ को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया था तब उन्हें सांस लेने में कठिनाई थी और वे ज्यादा दूरी तक चलने में भी तकलीफ महसूस कर रही थीं। मेडिकल जांच के लिए उनका छाती का एक्स-रे और अल्ट्राउसाउंड गाइडेड बायप्सी से प्लूरल फाइब्रस ट्यूमर (एक दुर्लभ किस्म का प्राइमरी ट्यूमर) होने का पता चला। अब तक, दुनियाभर में इस तरह के प्राइमरी ट्यूमर के करीब 800 मामले ही सामने आए हैं। डॉ नरेंद्र अग्रवाल ,डॉ सौरभ कुमार ,डॉ मनोज गोयल ने मरीज़ का सफल इलाज किया। अस्पताल में भर्ती होने के बाद, मरीज़ की जांच करने पर पता चला कि वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थीं। ट्यूमर के डीवास्क्युलराइज़ेशन (ट्यूमर को होने वाली रक्तापूर्ति रोकी गई) के लिए प्री-ऑपरेटिव एंबोलाइज़ेशन किया गया ताकि ऑपरेशन के दौरान खून बहने से बचे और अन्य जटिलताओं से भी बचा जा सके। मरीज़ की सर्जरी कर 21*14*12 से.मी. आकार के बड़े ट्यूमर को निकाला गया। यह सर्जरी 2 घंटे चली और मरीज़ को 10 दिन बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।