उत्तराखंड में कुमाऊं की शांत वादी सुलग उठी है। अवैध रूप से बनी मजार और नमाज स्थल पर प्रशासन की कार्रवाई में खलल डालने के लिए अराजक तत्वों ने बड़ी साजिश रची थी। दंगाइयों ने कश्मीरी पत्थरबाजों की तरह मुंह पर रुमाल और नकाब पहन टीम पर जमकर पथराव किया। साथ ही पेट्रोल बम भी फेंके।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में नजूल भूमि पर अतिक्रमण कर मौके पर अवैध रूप से नमाज स्थल और मजार बना दी गई थी। गुरुवार शाम नगर निगम और पुलिस की टीम अतिक्रमण ढहाने के लिए जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची तो दंगा भड़क उठा था। इसी दौरान दंगाइयों ने संकरे रास्ते पर टीम को घेर तीन ओर से पथराव शुरू कर दिया था। कुछ ही देर में सैकड़ों की तादात में नकाबपोश दंगाई मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने पुलिस-प्रशासन की टीम पर पत्थर और पेट्रोल बम बरसाने शुरू कर दिए थे।
दंगाइयों ने इलाके में जमकर तांडव मचाया। भीड़ का फायदा उठाते हुए नकाबपोश दंगाइयों ने बनभूलपुरा थाने पर पेट्रोल बमों की बारिश शुरू दी थी। इससे थाना आग के गोले में तब्दील हो गया था। दंगाइयों ने पुलिस की कई गाड़ियां भी आग के हवाले कर दी थी।
आनन-फानन में बंद किए पेट्रोल पंप
हल्द्वानी में दंगा भड़कने और पेट्रोल बम के हमले से लोग दहशत में आ गए थे। देखते ही देखते पूरे हल्द्वानी बाजार के शटर डाउन हो गए थे। सूचना मिलते ही रात करीब नौ बजे शहर भर के पेट्रोल पंप भी बंद कर दिए गए थे।
छतों में रखे थे पत्थर और ईंटें
हल्द्वानी को दंगे की आग में झोंकने के लिए उपद्रवियों ने पूरी साजिश रची थी। उन्होंने प्री प्लान के तहत ही घरों में पत्थर और ईंटें एकत्र की थी। साथ ही पेट्रोल बम बनाने का साजो-सामान भी घरों में रखा था। टीम के पहुंचते ही छतों से पेट्रोल बम और पथराव शुरू हो गया था।