स्कूल में बंद किए थे छोटे बच्चे,बिना अनुमति के पढ़ा रहे थे स्कूल में 9वी और10 वीं के छात्र।
सोहना जिला शिक्षा अधिकारी ने आज सोहना के वार्ड नंबर 16 में स्थित सोहना पब्लिक स्कूल का औचक निरीक्षण किया। जहां बताया जा रहा है कि स्कूल में बिना परमिशन के नौवीं और दसवीं के छात्रों को पढ़ाया जा रहा था।जहां प्राप्त सूत्रों के अनुसार जिला शिक्षा के अधिकारी के पहुंचते ही छात्रों के कमरों को बंद कर दिया गया। लेकिन जब स्कूल की 9 वीं और दसवीं की मान्यता को लेकर लगाई गई शिक्षा विभाग की अनुमति को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने कमरों के पेमाइश को लेकर फीता मंगवाया और कमरे खोलते ही छोटे छोटे छात्रों ने शोर मचाया तो शिक्षा अधिकारी ने स्कूल के कमरे खुलवाएं।और मामला कुछ और ही निकला। जहां स्कूल की शिक्षा से संबधित जांच की तो आठवीं तक की अनुमति दी गई थी और नौवीं और दसवीं को बिना अनुमति के शिक्षा दे रहे थे। जबकि प्राप्त स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल में नौवीं और दसवीं के बच्चे तो काफी दिनों से पढ़ रहे हैं।वहीं मामले को लेकर सोहना पुलिस को बुलाया और स्कूल में बंद करके बच्चों को पढ़ाने पर कार्यवाही के आदेश दिए।जहां पुलिस मामले की जांच में जुट गई।वहीं जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकेन से फोन पर संपर्क किया तो फोन नहीं उठाया। वही सोहना पब्लिक स्कूल के बोर्ड पर लिखे नंबर पर संपर्क किया तो स्कूल के चेयरमैन गजराज सिंह ने फोन पर अपना परिचय देते हुए कहा है कि मैं बच्चों की फीस भरने के लिए भिवाड़ी गया हुआ था। जिला शिक्षा अधिकारी के पास चंडीगढ़ से मेल आई थी जिसके आधार पर वह स्कूल में पहुंचे। मैं स्कूल में मौजूद नहीं था हमारे पास नौवीं और दसवीं के छात्रों के पढ़ाने की अनुमति है यह जिला शिक्षा अधिकारी का रूटीन में निरीक्षण था।जब खंड शिक्षा कार्यालय से असिस्टेंट जसवंत का कहना है। कि जिला शिक्षा अधिकारी सोहना पब्लिक स्कूल की मान्यता को बढ़ाने को लेकर जांच करने पहुंची थी।जहां प्रिंसिपल ने स्कूल के बच्चो की।छुट्टी करना बताया लेकिन कमरों की पेमायिश की लेकर जैसे ही कमरे खोले छोटे छोटे बच्चे पहली से आठवीं दसवीं के बच्चे बंद किए हुए थे।जिसको लेकर स्थानीय पुलिस बुलाकर जरूरी कार्यवाही के लिए निर्देश दिए।