गुरुग्राम । गुरुग्राम में लगातार हो रही बरसात से हुए जलभराव की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन अलर्ट पर है। डीसी निशांत कुमार यादव ने रविवार को जलभराव वाले क्रिटिकल प्वाइंट्स का दौरा किया और जलनिकासी से जुड़े कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान जलनिकासी से जुड़े विभागों जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, सिंचाई एवं जल संसाधन, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, नगर निगम गुरुग्राम व मानेसर, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारी भी साथ रहे। डीसी ने राजीव चौक, मेदांता रोड, ताऊ देवी लाल स्टेडियम, हीरो होंडा चौक, सुभाष चौक, बादशाहपुर ड्रेन, एनएच-48 पर नरसिंहपुर, सेक्टर-10 आदि स्थानों पर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। इस बार जलभराव की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पहले से ही तैयारी की थी। जिसके चलते गुरुग्राम में जलभराव वाले 114 क्रिटिकल प्वाइंट्स की पहचान की गई थी। इन स्थानों पर जल निकासी के लिए एचसीएस स्तर के 16 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी। हर अधिकारी को छ: से सात स्थानों की जिम्मेवारी मिली थी। प्रशासन की सक्रियता के चलते ही रविवार की दोपहर के उपरांत अधिकतर अंडरपास यातायात के लिए खोल दिए गए थे और एनएच 48 के मेन कैरिज वे पर पानी जमा नहीं होने दिया गया। जिन सडक़ों पर अधिक जलभराव हुआ वहां से ट्रैफिक को डायवर्ट भी किया गया। रविवार अल सुबह से जारी बरसात के बावजूद निकासी का कार्य दिन भर जारी रहा।