फरीदाबाद, ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के दौरे पर पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय के इन्नोवेटिव स्किल स्कूल को देखा और इस अनोखे मॉडल को समझा। एशिया एजुकेशन फाउंडेशन की डायरेक्टर जेनिफर स्टार ओम के नेतृत्व में आए इस प्रतिनिधिमंडल ने कौशल के साथ-साथ कलाओं के संरक्षण के लिए चलाए जा रहे कोर्स की जमकर सराहना की। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में पहुंचने पर डीन एकेडमिक्स अफेयर प्रोफेसर ज्योति राणा और इनोवेटिव स्किल स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. जलबीर सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधिमंडल ने इनोवेटिव स्किल स्कूल के एकेडमिक एवं स्किल एजुकेशन के सामंजस्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जरूरत के विषयों को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है यह भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। स्कूल के विद्यार्थियों को इंटर्नशिप प्रोजेक्ट्स के लिए इंडस्ट्री के साथ जोडऩे की पहल को भी उन्होंने नवाचारी करार दिया। उन्होंने कहा कि लोक कलाओं को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता और रचनात्मकता पैदा होगी। विद्यार्थियों के लिए शिक्षा में विविध आयामों के विकल्पों को भी ऑस्ट्रेलियाई मेहमानों ने सराहा हैस्कूल के प्रिंसिपल डॉ. जलबीर सिंह ने इन्नोवेटिव स्किल स्कूल में चलाए जा रहे कोर्स और पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह स्कूली स्तर पर कौशल शिक्षा का एक सफल मॉडल तैयार हो चुका है। आने वाले दिनों में इसका वृहद रूप दिखाई देगा। इस अवसर पर प्रो. संजय राठौर, डॉ रविंद्र, डॉ. मनी कंवर, डॉ. प्रीति, उप कुलसचिव डॉ. ललित शर्मा, पुनीत राघव, बबीता, जेई नरेश संधू, पुष्पेंद्र शर्मा, राहुल शर्मा, जसमीत चंडोक, सौम्या, पारुल, मीनाक्षी, सुषमा और कुलदीप भी मौजूद थे।