रेलवे ने अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यात्रियों को बेहतर ट्रेनों की सुविधा मुहैया कराने की दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया है। अयोध्या रूट पर रद्द ट्रेनें बहाल कर दी गई हैं। इस रूट पर 130 बसें और चलाने का निर्णय लिया गया है।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने लगी हैं। इसी के मद्देनजर रेलवे और परिवहन निगम ने अपनी ट्रेन और बस सेवाएं पूरी तरह बहाल कर दी है। पूर्व में अयोध्या रेलखंड पर निरस्त की गई ट्रेनें 26 से पटरी पर लौट आई हैं। इनमें लखनऊ-अयोध्या पैसेंजर, लखनऊ-पाटलीपुत्र, ऐशबाग-गोरखपुर, गोमतीनगर-छपरा कचेहरी के अलावा गोरखपुर-पनवेल और गोरखपुर-यशवंतपुर बाराबंकी, बादशाहनगर होकर चलेंगी।
क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग, अवध बस स्टेशन से हर 20 मिनट पर एक बस भेजी जा रही है। लखनऊ से अयोध्या, बस्ती होकर गोरखपुर तक बसों की संख्या रोजाना 80 से बढ़ाकर 130 कर दी गई है। भारी वाहनों का शनिवार से आवागमन शुरू हुआ। इनमें सीतापुर रोड की तरफ से लखनऊ आने वाले वाहनों के अलावा कानपुर रोड की तरफ से भारी वाहन, आगरा एक्सप्रेस-वे की तरफ से भारी वाहन और हरदोई रोड के भारी वाहन शामिल हैं। रेलवे 29 से लखनऊ के रास्ते आस्था ट्रेन शुरू कर रहा है।
आठ जोड़ी ट्रेनों का ठहराव
लखनऊ-छपरा समेत आठ जोड़ी ट्रेनों का ठहराव विभिन्न स्टेशनों पर करने का निर्णय लिया है। मेल, एक्सप्रेस गाड़ियों का प्रयोग के आधार पर दो मिनट का ठहराव अगले आदेश तक विभिन्न रेलवे स्टेशन पर दिया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव यात्रियों की सुविधा के लिए दिया गया है। इससे यात्रियों को ट्रेनों के रूकने से सफर और आसान होगा।