नोएडा में पहला ऐसा ट्रैक तैयार किया जाएगा जहां Metro और Rapid Rail दोनों चलेगी। जानकारी के मुताबिक इसका रूट फाइनल कर दिया गया है। बता दें कि तीन कोच की मेट्रो और 8 कोच की रैपिड रेल शुरु की जाएगी। Ghaziabad to Noida Airport तक जाएगी। हालांकि नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन की ग्रेनो वेस्ट मेट्रो का भी एक रूट तैयार किया गया है। इसकी डीपीआर शासन में अप्रूवल के लिए भेजी जा चुकी है। रैपिड रेल की अधिकतम गति 140 से 160 किमी प्रतिघंटा हो सकती है जबकि मेट्रो की अधिकतम गति 120 किमी प्रतिघंटा होती है। तीन कोच की मेट्रो और 8 कोच की रैपिड रेल का संचालन एक ही ट्रैक पर संचालित होने से छह लाख लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। इसके संकेत केंद्र सरकार की ओर से नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन एमडी डॉ. लोकेश एम को दे दिए गए हैं।
कितना होगा मेट्रो-रैपिड ट्रेन का वजन
मेट्रो कोच का वजन करीब 42 टन (प्रति कोच) ओर रैपिड रेल प्रति कोच वजन करीब 60 टन होगा। ऐसे दोनों के संचालन में गति में बड़ा अंतर होगा। आरआरटीएस की ओर से वाया डक्ट को ऐसा बनाया जाएगा, जिसमें मेट्रो वजन करीब 42 टन प्रति कोच ओर रैपिड रेल प्रति कोच वजन करीब 60 टन दोनों चल सकती है। इससे सवारियां गाजियाबाद व नोएडा से ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक आ जा सकेंगे।
इतने करोड़ रुपए की लागत
गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेल पर कुल 25 स्टेशन अनुमानित है। एक स्टेशन के निर्माण में करीब 40 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस हिसाब से 25 स्टेशन के निर्माण में 1000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें 11 स्टेशन रैपिड रेल और 14 स्टेशन मेट्रो के होंगे। अहम बात यह है कि रैपिड रेल और मेट्रो का एक ही ट्रैक होगा। बता दे RRTS का सबसे बड़ा केंद्र सराय काले खां और दूसरा गाजियाबाद में है।