हरियाणा के सीएम बदलते ही मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ गई है। रविवार को नोएडा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार कर लिया था। एल्विश को नोएडा पुलिस द्वारा सांप का जहर मंगवाने के मामले में लगाम कसी गई है। पुलिस ने यादव पर 29 एनडीपीएस एक्ट लगाया है। बता दें कि NDPS एक्ट तब लगाया जाता है जब कोई ड्रग से जुड़ी साजिश में शामिल हो। उदाहरण के लिए ड्रग्स की खरीद फरोख्त आदि। इस एक्ट में आसानी से जमानत नहीं मिलती है।
कॉन्टेक्ट में था एल्विश यादव
सूत्रों के मुताबिक जानकारी सामने आई है कि पूछताछ में एल्विश यादव ने कबूल किया है कि वो पार्टी में सांप और सांप का जहर मंगवाता था। एल्विश यादव ने माना है कि वो नवंबर में गिरफ्तार किए गए आरोपी राहुल समेत सभी से अलग-अलग रेव पार्टियों में मिला और वो उनके कॉन्टेक्ट में था।
जहर के इस्तेमाल मामले में FIR दर्ज
दरअसल, 8 नवंबर को नोएडा पुलिस ने रेव पार्टी में सांप के जहर के इस्तेमाल के मामले में FIR दर्ज की थी। इस मामले में एल्विश यादव का नाम मुख्य आरोपी के तौर पर आया था। इसमें राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ का भी नाम शामिल था। राहुल नाम के शख्स के पास से पुलिस ने 20ml जहर बरामद किया था।
2024 का चुनाव लड़ने की थी चर्चा
आपको बता दें कि जब एल्विश यादव की गिरफ्तारी हुई तो सोशल मीडिया पर लोग इसे मनोहर लाल के इस्तीफे से जोड़ रहे थे। दावा किया जा रहा था कि मनोहर लाल के इस्तीफे के 5 दिन बाद ही एल्विश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। Bigg Boss Ott के वीनर 14 अगस्त को ट्रोफी लेकर निकले 18 अगस्त को एल्विश की सीएम मनोहर लाल से मुलाकात हुई, जिसमें एक तस्वीर भी सामने आई जिसमें वो ताल ठोकते हुए नजर आ रहे थे। दावा यह भी किया जा रहा था कि वे 2024 का चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि यूथ उनके साथ है, और इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल सकता है। वहीं इसके दो महीनों बाद ही एक ऐसा मामला सामने आया जिसके बाद से वो लगातार घिरते हुए नजर आने लगे। बीजेपी सांसद मेनका गांधी की एक संस्था ने कुछ सपेरों को पकड़ा और सांपों की तस्करी के मामले में एल्विश यादव पर मुकदमा दर्ज हो गया। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी को लेकर हल्ला मच गया, मगर गिरप्तारी नहीं हुई, इसी के साथ कुछ महीने बाद जैसे ही हरियाणा की सरकार में फेरबदल हुआ और मनोहर लाल खट्टर ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। उसके 5 दिन बाद ही एल्विश की गिरफ्तारी हो गई।
रेस्टोरेंट में युवक से लड़ाई और बहसबाजी
आपको बता दें कि इनका आपस में कोई कनेक्सन नहीं है क्योंकि जब कोई यूथ राज्य के लिए नेक काम करके आता है तो सरकार उसकों प्रोत्साहन जरुर देती है ताकि वह समाज के कल्याण के लिए अपनी भूमिका अदा कर सके। वहीं अगर वही यूंथ अगर कुछ गलत करता है तो बदनामी सरकार की भी होती है। बता दें कि जब एल्विश की इन करतूतों के बारे में खट्टर सरकार को पता लगा तो उन्होंने खुद उनसे दूरी बना ली। वहीं उन्होंने मीडिया में आकर यह तक कहा कि अगर कोई भी दोषी है तो उसको सजा जरुर मिलेगी। एल्विश यादव की बैक-टू-बैक 3 गलतियों ने कहानी पूरी तरह से पलट दी है। पहली एक रेस्टोरेंट में एक युवक से लड़ना और बहसबाजी वहीं मीडिया में आकर यह कहना कि मैं ऐसा ही हूं, दूसरा दिल्ली के एक यूट्यूबर को गुरुग्राम बुलाना और उसके साथ गलत व्यवहार करना इस मामले में यूट्यूबर ने रोते हुए अपना दर्द जाहिर किया था। हालांकि पुलिस ने एल्विश को मात्र गिरफ्तार किया है। इसलिए अभी कहा नहीं जा सकता कि एल्विश पर लगे आरोप गलत है सही खैर इसके लिए अदालत के फैसले का इंतजार करना होगा।