राजधानी दिल्ली में पानी के बिलों का मामला गंभीर होता दिखाई दे रहा है। आज चार बजे इस समस्या पर सीएम केजरीवाल ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में बढ़े हुए पानी के बिल मामले में एकमुश्त समाधान योजना यानी पर विचार किया जाएगा। बता दें कि इस मामले को दिल्ली बजब सेशन के दौरान विधानसभा में आप पार्टी ने गंभीरता से उठाया था। उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि स्कीम को दिल्ली सरकार की मंजूरी के बाद भी अमल में लेकर एलजी से हरी झंडी नहीं मिली।
वन टाइम सेटलमेंट स्कीम
दिल्ली सरकार ने बीते सोमवार को दिल्ली जल बोर्ड की वन टाइम सेटलमेंट स्कीम पर विधानसभा में संकल्प पास किया। यह संकल्प आप विधायक राजेंद्र गौतम की ओर से प्रस्तुत किया गया था। वहीं इसे लेकर विपक्ष के नेता ने भी समर्थन किया जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह स्कीम रोकने के मामले में उपराज्यपाल व भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने चेतावनी दी कि यह स्कीम पास नहीं करने पर बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल स्कीम के संबंध में अधिकारियों को एक बार फोन भी कर देंगे तो शाम तक यह स्कीम पास हो जाएगी। वह इसका श्रेय भाजपा को देने से पीछे नहीं हटेंगे। वह लाल किले के ऊपर खड़ा होकर कहेंगे कि भाजपा ने स्कीम को लागू करवाया, सारा वोट भाजपा वालों को दे देना। दरअसल भाजपा स्कीम का विरोध केवल वोट के लिए ही तो कर रही है।
लागू कराकर रहेंगे वन टाइम सेटलमेंट स्कीम
दिल्ली बजट सत्र के दौरान दो दिन पहले सीएम केजरीवाल ने कहा था कि हमारी सरकार हर संभव प्रयास के साथ दिल्ली जल बोर्ड की वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लागू करा कर रहेगी। दिल्ली के लोग गलत पानी के बिलों को लेकर परेशान है। उन्होंने कहा कि इससे पहले मोहल्ला क्लीनिक, अस्पतालों की दवाइयां, सीसीटीवी, फरिश्ते योजना और डीटीसी की पेंशन योजना भी रोकी गई थी, लेकिन हमने रुकने नहीं दी थी। बीजेपी को निशाने पर लेते हुए सदन में कहा था कि यदि स्कीम पास नहीं करने दिया तो इसके विरोध में दिल्ली में बहुत बड़ा आंदोलन होगा। यह स्कीम लागू होने से 90 फीसद पानी उपभोक्ताओं का बिल माफ हो जाएगा।