प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर दौरे के दौरान लगभग 5 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इसकी आधारशिला साल 2017 में उस वक्त रखी गई थी जब राज्य में बीजेपी पीडीपी की गठबंधन की सरकार थी। आर्टिकल 370 हटने के बाद पीएम मोदी पहली बार कश्मीर पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने यहां से स्वदेश दर्शन योजना, देखो अपना देश, चलो इंडिया अभियान और वेड इन इंडिया योजना शुरू की।
प्रवासी भारतीयों को भारत आने का प्रोत्साहन
पीएम मोदी ने घाटी की जनता से आग्रह करते हुए कहा, प्रवासी भारतीय जो दुनिया में रहते हैं, मेरा उनसे आग्रह है आप डॉलर, पाउंड लाओ ना लाओ। लेकिन, पांच भारतीय जो भारतीय नहीं हैं, उनको हिंदुस्तान देखने के लिए भेजो। इसलिए आज प्रवासी भारतीय को भारत आने के लिए प्रोत्साहित करना, उनके दोस्तों को प्रोत्साहित करना, इसलिए ‘चलो इंडिया अभियान’ शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत चलो इंडिया वेबसाइट के द्वारा दूसरे देशों में रहने वाले लोगों को भारत आने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन योजनाओं का बहुत बड़ा लाभ जम्मू-कश्मीर के लोगों को मिलेगा।
जम्मू-कश्मीर में लेकर आएं बारात
पीएम मोदी ने कहा, एक नए क्षेत्र के लिए आपको आह्वान करता हूं। जैसे फिल्म शूटिंग के लिए ये क्षेत्र पसंदीदा रहा है। अब मेरा दूसरा मिशन है वेड इन इंडिया, यानी शादी हिंदुस्तान में करो। हिंदुस्तान के बाहर शादी के लिए अरबों-डॉलर रुपया खर्च करके आते हैं, जी नहीं, अब वेड इन इंडिया। अब जम्मू-कश्मीर के लोग अब यहीं शादी करने का मन करें, यहां तीन-चार दिन बारात लेकर आएं। धूमधाम से खर्चा करें, यहां के लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी। उस अभियान को भी मैं बल दे रहा हूं।
मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, हजरतबल तीर्थ पर आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय इनफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं बढ़ाने के लिए, परियोजना हजरतबल तीर्थ का एकीकृत विकास’ को लागू किया गया है।
पीएमओ की ओर से कहा गया, परियोजना के प्रमुख घटकों में तीर्थस्थल की चारदीवारी के निर्माण सहित पूरे क्षेत्र का स्थल विकास शामिल है। जिसमें हजरतबल तीर्थ परिसर की लाइटनिंग, तीर्थस्थल के चारों ओर घाटों और देवरी पथों का सुधार, सूफी केंद्र का निर्माण, पर्यटक सुविधा केंद्र का निर्माण, साइनेज की स्थापना, मल्टीलेवल कार पार्किंग, सार्वजनिक सुविधा ब्लॉक और तीर्थस्थल के प्रवेश द्वार का निर्माण भी शामिल है।