प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर हैं। आज सुबह बेट द्वारका मंदिर पहुंचे और दर्शन-पूजन किया। उन्होंने नवनिर्मित सुदर्शन सेतु का इनॉगरेशन किया है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल भी मौजूद रहे। लगभग 980 करोड़ रुपए की लागत से इस केबल ब्रिज का निर्माण किया गया है।
विकास परियोजनाओं की रखेंगे आधारशिला
सुदर्शन सेतु देश का सबसे लंबा केबल पुल है। ओखा मुख्य भूमि को बेट द्वारका द्वीप से जोड़ता है। इसकी लंबाई 2.32 किलोमीटर है। पुल का शिलान्यास भी 2017 में पीएम मोदी ने ही किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आज गुजरात में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे और 52,250 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिनमें स्वास्थ्य, सड़क, रेल, ऊर्जा, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, पर्यटन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।
पहले ‘सिग्नेचर ब्रिज’ के नाम से जाना जाता था
अद्वितीय डिजाइन से बने इस सेतु के दोनों ओर श्रीमद्भगवद गीता के श्लोकों और भगवान कृष्ण की छवियों से सुसज्जित एक पैदलपथ है। जिसके बीच में 900 मीटर लंबा केबल आधारित हिस्सा है और पुल तक पहुंचने के लिए 2.45 किलोमीटर लंबा सड़क मार्ग है। चार लेन वाले 27.20 मीटर चौड़े पुल के दोनों तरफ 2.50 मीटर चौड़े पैदलपथ हैं। इस पुल को पहले ‘सिग्नेचर ब्रिज’ के नाम से जाना जाता था और अब उसका नाम बदलकर ‘सुदर्शन सेतु’ कर दिया गया है। बेयट द्वारका ओखा बंदरगाह के पास एक द्वीप है, जो द्वारका शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर है जहां भगवान श्रीकृष्ण का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर है।