मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखा. इस पर अब शनिवार को चर्चा होगी. शुक्रवार को सदन स्थगित होने से पहले विधानसभा में अरविंद केजरीवाल ने संबोधित कर बीजेपी पर हमला बोला और आम आदमी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को एक बार फिर विश्वास प्रस्ताव लेकर आये. मुख्यमंत्री केजरीवाल इससे पहले साल 2022 और 2023 में भी विश्वास प्रस्ताव पेश कर चुके हैं. केजरीवाल बीजेपी पर कई बार विधायकों को तोड़ने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगा चुके हैं. मुख्यमंत्री ने एक बार फिर आरोप लगाया है कि बीजेपी के लोग उनकी पार्टी के विधायकों को 25-25 करोड़ का प्रलोभन दे रहे हैं.
विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि पिछले दिनों दो विधायक उनसे अलग-अलग समय में मिलने आये. उन दोनों ने एक ही बात कही. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि उन दोनों एमएलए के मुताबिक बीजेपी वाले मिलने गये और कहा कि अब जल्द ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने हमारे विधायकों को डराने का प्रयास किया.
इसके आगे केजरीवाल ने बताया कि उन दोनों एमएलए को बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी के 21 विधायक पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हो गये हैं. हमारी उनसे बातचीत हो गई है. तुमको भी 25-25 करोड़ देंगे और बीजेपी में शामिल हो जाओ. हम तुम्हें अपनी टिकट दे देंगे.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आगे बताया कि उन दोनों एमएलए ने मुझे आकर जब सारी बातें बताईं तो हमने सभी 21 विधायकों से संपर्क किया. केजरीवाल ने कहा कि हमारी तफ्तीश में पता चला कि 21 तो नहीं हां, 7 विधायकों से जरूर संपर्क किया गया था.
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी वालों ने कई बार ऑपरेशन लोटस चलाने की कोशिश की है लेकिन एक बार फिर से वो इस मिशन में नाकामयाब हो गये. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने ये भी आरोप लगाया कि तथाकथित शराब घोटाला के तहत जांच इनका केवल बहाना है, इनका असली मकसद दूसरे राज्यों की तरह पार्टी को तोड़कर अपनी सत्ता बनानी है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी दिल्ली में कभी चुनाव नहीं जीत सकती. इसके लिए पार्टी हमारे नेताओं को गिरफ्तार करने की मुहिम चला रही है. उनकी मंशा केवल सरकार गिराना है. लेकिन केजरीवाल ने जब ये कहा कि तमाम साजिशों के बाद भी हमारे सारे एमएलए एकजुट हैं तो सदन में सदस्यों ने मेज थपथपा कर उनका समर्थन किया.