किसानों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली में 12 मार्च तक सभी बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। दिल्ली पुलिस ने राजधानी में धारा 144 लागू कर दी है। वहीं सुरक्षा-व्यवस्था भी सख्त कर दी गई है। पंजाब के फतेहपुर साहिब से किसानों का दिल्ली चलो मार्च आरंभ हो गया है।
दिल्ली और यूपी बॉर्डर के बीच रातोंरात एक दीवार खड़ी हो गई है किसान नेताओं और केंद्र के बीच बेनतीजा वार्ता के बाद किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर कंक्रीट के Blocker, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली की सीमाओं-सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस और Paramilitary पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है।
बैरिकेड को लेकर क्या बोले- किसान
किसानों के मार्च को ध्यान में रखते हुए कुछ जगहों पर अस्थायी जेल स्थापित की गई हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की है कि किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी कानून बनाने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मंगलवार को दिल्ली कूच करेंगे। दिल्ली की सीमाओं पर बैरिकेडिंग के बारे में बात करते हुए, किसानों ने कहा कि ये उपाय उन्हें रोक नहीं पाएंगे क्योंकि वे आधे घंटे में बैरिकेड तोड़ देंगे।
ड्रोन से छोड़े जा सकते हैं आंसू गैस के गोले
आज किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च से पहले सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा तैनात की गई है। किसानों पर नजर रखने के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ड्रोन के जरिए प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़ सकती है। इसके लिए पुलिस ने सोमवार को मार्क ड्रिल भी किया था।