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ISI Agent: तीन साल पहले भी हापुड़ से जासूसी में पकड़ा गया था पूर्व फौजी

यूपी एसटीएफ की मेरठ टीम ने हापुड़ निवासी विदेश मंत्रालय के कर्मचारी को जासूसी के आरोप में पकड़ा है। वह पाकिस्तान को भारतीय सेना की खुफिया जानकारी भेज रहा था। हालांकि इससे पहले भी देश में कई एजेंट जासूसी में पकड़े गए हैं।

मेरठ में यूपी एसटीएफ ने पूछताछ के बाद विदेश मंत्रालय के कर्मचारी हापुड़ निवासी सतेंद्र को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सतेंद्र पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को भारतीय सेना की खुफिया जानकारी भेज रहा था। इसके बदले उसे रुपये दिए जा रहे थे। हालांकि यूपी में पाकिस्तानी एजेंट पकड़े जाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई ISI एजेंट पकड़े जा चुके हैं। तीन साल पहले हापुड़ जिले के निवासी पूर्व फौजी को भी यूपी एटीएस मेरठ की टीम ने जासूसी के आरोप में पकड़ा था। पाकिस्तानी एजेंट ने सूचना के बदले उसकी पत्नी के अकाउंट में रुपये ट्रांसफर किए थे।

यूपी एटीएस ने आठ जनवरी 2021 को पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। वह आईएसआई के संपर्क में था। वह गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र के गांव बिहूनी का रहने वाला था। आइएसआई के एजेंट ने उसकी पत्नी के खाते में रुपये भेजे थे। अब सतेंद्र के रूप में जिले से दूसरा जासूस पकड़ा गया है। मॉस्को दूतावास में कार्यरत सतेंद्र फर्जी नाम से पाकिस्तानी एजेंसी के संपर्क में था। वह सेना की गोपनीय जानकारी के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान को भेज रहा था।

देश की खुफिया जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था सौरभ

उत्तर प्रदेश एटीएस की मेरठ टीम ने आठ जनवरी 2021 को हापुड़ से पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। एटीएस की टीम आरोपित को लेकर लखनऊ चली गई थी। पूर्व सैनिक देश की आंतरिक गतिविधियों से जुड़ी सूचनाओं को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए लीक कर रहा था। एटीएस ने उसके संबंध में तमाम साक्ष्य जुटाए थे। हापुड़ निवासी ISI एजेंट पूर्व सैनिक साल 2013 में सेना में भर्ती हुआ था। शक के आधार पर यूपी एटीएस ने पहले भी उसे हिरासत में लिया था, लेकिन उस समय पूछताछ के बाद छोड़ दिया था।

गुजरात के गोधरा से पकड़े गए जासूस ने दी थी लीड

तत्कालीन एडीजी कानून व्यवस्था व मौजूदा डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया था कि हापुड़ के रहने वाले पूर्व फौजी सौरभ शर्मा ने सेना की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेजी थीं। उन्होंने बताया था कि गुजरात के गोधरा से अनस गितैली नाम के जासूस को गिरफ्तार किया गया था। उससे मिली जानकारी के आधार पर सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। सौरभ शर्मा 2014 में पठानकोट में सिग्नल कोर में तैनात था। सौरभ की पत्नी के खातों में अनस के खाते से बड़ी रकम आई थी। आरोपी सौरभ ने मई 2020 में मेडिकल कारणों से सेना की नौकरी छोड़ दी थी। इस संबंध में लखनऊ के एटीएस थाने में सौरभ शर्मा के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी। एटीएस ने सौरभ शर्मा से पूछताछ के बाद महत्वपूर्ण सबूत जुटाए थे।

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