बदायूं में तैनाती के एक साल के अंदर ही महिला जज ने आत्महत्या क्यों की है? इस बात पर कई सवाल खड़ हो रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और कमरे से मिले कागज और सुसाइड नोट के आधार पर हो रही जाच से मौत की वजह का पता लग सकता है. मौके से फॉरेंसिक टीम ने भी सुबूत जुटाए हैं.
बदायूं में सिविल जज जूनियर डिवीजन पद पर तैनात महिला जज ज्योत्सना राय का शव उनके सरकारी आवास पर पंखे से लटका मिला. ज्योत्सना राय ने सुसाइड क्यों की पुलिस इसकी जांच कर रही है. वहीं, उनकी आत्महत्या से कोर्ट परिसर में लोग हैरान हैं. साथी वकील भी उनके सुसाइड करने की घटना को लेकर सवाल करते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि ज्योत्सना एक काबिल जज थीं. आखिर उन्होंने आत्मघाती कदम क्यों उठाया.
पुलिस जांच में कुछ लिखित नोट्स भी मिले हैं जिनका खुलासा पुलिस ने अभी नही किया है. आशंका जताई जा रही है कि शायद सुसाइड नोट्स मिला है. महिला जज ने आत्महत्या क्यों की यह जांच का विषय है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकरी इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं.चर्चा यह भी है कि पिछले कई दिनों से वह मानसिक तौर पर परेशान नजर आ रहीं थीं. 5 जुलाई 1995 को जन्मी ज्योत्सना राय के पिता का नाम अशोक कुमार राय है. वह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की रहने वाली थीं और अविवाहित थीं. ज्योत्सना बचपन से ही पढ़ाई में होनहार थीं. उन्होंने साल 2010 में हाईस्कूल और 2012 में इंटरमीडिएट की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास की थी. वह 2019 में न्यायिक सेवा में आईं थीं और नवंबर 2019 को पहली पोस्टिंग अयोध्या में एडिशनल सिविल जज जूनियर डिवीजन पद पर हुई थी. उसके बाद वह अप्रैल 2023 में बदायूं जिले में एडीशनल सिविल जज जूनियर डिवीजन के पद पर ट्रांसफर होकर आयीं थीं. बदायूं में ही सेवा के दौरान उनका पहला प्रमोशन नवंबर 2023 को सिविल जज जूनियर डिवीजन के पद पर हुआ था.