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पश्चिम बंगाल पहुंची राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा, बोले- अन्याय के खिलाफ एक है I.N.D.I.A गठबंधन

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल में दाखिल हो चुकी है। राहुल गांधी ने जनता को मैसेज दिया कि वे इंडिया गठबंधन के अपने सहयोगी दल तृणमूल कांग्रेस (TMC) को चुनौती देने के लिए नहीं बल्कि उनके साथ खड़े होने के लिए आए हैं। राहुल गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हम आपकी बात सुनने आए हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश में अन्याय हो रहा है इसलिए हमने अपनी यात्रा में न्याय शब्द को जोड़ा है। उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि इस अन्याय के खिलाफ इंडिया गठबंधन एक साथ लड़ाई लड़ने जा रहा है।

बंगाल में एक नई उमंग देगी यात्रा

वहीं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने न्याय यात्रा के बंगाल पहुंचने पर कहा कि ‘हमें उम्मीद है कि राहुल जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बंगाल की कांग्रेस इकाई को एक नई उमंग देगी। यह यात्रा हमें लोकसभा चुनाव से पहले न केवल संगठनात्मक रूप से बल्कि चुनावी रूप से भी आगे बढ़ने में मदद करेगी। आज यह यात्रा बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा में रूकेगी। 26 और 27 जनवरी को अवकाश की योजना बनाई गई है और 28 जनवरी को यात्रा फालाकाटा से फिर से आरंभ होगी। जो जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग जिले के नक्सलबाड़ी और उत्तर दिनाजपुर जिले से होकर गुजरेगी।

वेस्ट बंगाल में करेगी फिर से एंट्री

तूफानगंज और कूचबिहार शहर से गुजरने के बाद राहुल गांधी कूचबिहार में मां भवानी चौक से पैदल यात्रा करेंगे। यात्रा बस के माध्यम से घोक्साडांगा में जारी रहेगी इसके बाद रात में आराम के लिए अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा पहुंचेगी। 26-27 जनवरी को दो दिन के आराम के बाद यात्रा जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, नार्थ दिनाजपुर और दार्जिलिंग जिलों से गुजरेगी और 29 जनवरी को बिहार में दाखिल होगी। इसके बाद कांग्रेस यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते वेस्ट बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और मुर्शिदाबाद से होकर गुजरेगी एंव एक फरवरी को राज्य से प्रस्थान करेगी।

67 दिनों में इतने किलोमीटर दूरी तय करेगी यात्रा

अप्रैल-मई 2021 के असेंबली इलेक्शन के बाद यह राहुल गांधी की रियासत की पहली यात्रा है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई थी और 20 मार्च को यह मुंबई में समाप्त होगी। यात्रा 15 रियासतों के 110 जिलों से गुजरते हुए 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।

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