हरियाणा में पानी की कमी को लेकर सरकार अहम कदम उठा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खट्टर सरकार हिमाचल प्रदेश से मदद लेगी। शाम को फरीदाबाद में दोनों राज्यों के मुख्य सचिव वार्ता करेंगे। जिसमें किसाऊ डैम के निर्माण को लेकर मांग रखी जाएगी। इससे पहले बीते साल अगस्त में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री चंडीगढ़ में बातचीत कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि यह मीटिंग हरियाणा निवास में दोपहर करीब तीन बजे हो सकती है।
वाटर सेस को लेकर हो चुकी मीटिंग
हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ मीटिंग में सरकार की ओर से लगाए गए वाटर सेस को लेकर भी वार्ता की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि हिमाचल सरकार की ओर से जल विद्युत परियोजनाओं पर लगाए जाने वाले उपकर से हरियाणा को कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने बताया था कि सरकार की ओर से लगाया जाने वाला जल उपकर, जल पर नहीं जबकि प्रदेश में कार्यरत लगभग 172 जल विद्युत (Hydro Power) परियोजनाओं पर विद्युत उत्पादन पर लगाया गया है।
पिछली बार नहीं बनी थी सहमति
आपको बता दें कि वाटर सेस पर चंडीगढ़ में हुई मीटिंग में हिमाचल और हरियाणा में सहमति नहीं बनी थी। हरियाणा सीएम मनोहर लाल हिमाचल CM के साथ हुई वार्ता के बाद इसकी पुष्टि भी कर चुके हैं। वहीं उन्होंने कहा कि कई और मुद्दों पर हमारी सहमति बनी है, लेकिन वाटर सेस पर हम एग्री नहीं हैं। हालांकि दोनों राज्यों के सीएम ने संयुक्त बयान में कहा कि यह पहले दौर की मीटिंग थी, आगे भी यह दौर जारी रहेगा। अब इस मुद्दे को लेकर दोनों राज्यों के सेक्रेटरी सोच विचार करेंगे।