एक वक्त था जब उत्तर प्रदेश में माफियाओं का राज हुआ करता था। हर जिले में एक माफिया रहता था। इसमें से एक बाहुबली पूर्व सांसद रिजवान जहीर हैं जो यूपी पुलिस की सूची में मोस्ट वॉन्टेड हैं।
एक समय था जब उत्तर प्रदेश के हर जिले में एक माफिया रहते था। माफिया ही राज करते थे लेकिन जब साल 2017 में सीएम योगी की एंट्री हुई तो कई माफिया अपने कुनबे को छोड़ भाग गए। वहीं, कई माफिया थाने में जाकर खुद को सरेंडर कर दिया। इन्ही में से कुछ माफिया ऐसे भी हैं, जिसे सरकार कर रही है। आज हम आपको माफिया रिजवान जहीर की क्राइम कुंडली बताते हैं।
रिजवान जहीर ने कभी यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को खुला चैलेंज दे दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी के बलरामपुर जिले के तुलसीपुर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष फिरोज पप्पू की हत्या की साजिश में फिलहाल जेल में बंद है। पूर्व सांसद रिजवान जहीर के खिलाफ यूपी पुलिस गैंगस्टर एक्ट तक की कार्रवाई कर चुकी है।
अब मोस्ट वॉन्टेड माफिया है रिजवान
पूर्व सपा सांसद रिजवान जहीर और उनके दामाद रमीज नेमत को लेकर तुलसीपुर थाना की पुलिस ने घटना का संज्ञान लेते हुए जानलेवा हमले में मुकदमा दर्ज किया था। कुछ महीने पहले ही उसकी करीब 10 करोड़ 80 लाख कीमत की संपत्ति को भी प्रशासन ने जब्त कर लिया था। जब से UP SFT ने इसका नाम उन मोस्ट वॉन्टेड माफियाओं की ब्लैक लिस्ट में दर्ज किया है। उस वक्त से जेल में बंद पड़े रिजवान जहीर खुद को सुरक्षित रख पाने की कोशिश कर रहा है। बीते साल इसकी 977 हेक्टेयर जिस जमीन को जब्त किया गया था, उसे जब्त करने वाली टीमों में लखनऊ कमिश्नरेट के थाना मड़ियाव और बलरामपुर पुलिस की थाना गैसड़ी की टीमें शामिल थीं।
कामप्लेक्स को किया जा चुका है कुर्क
जब्त जमीन लखनऊ में मौजूद थी तब इन तमाम तथ्यों की पुष्टि पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सक्सेना ने भी की थी। रिजवान के बारे में एसपी राजेश कुमार सक्सेना ने बताते हुए कहा था कि बीते साल ही रिजवान जहीर की बीवी हुमा रिजवान के नाम पर LPA यानी लखनऊ के विकास नगर में मौजूद एक कमर्शियल कॉम्पलेक्स और एक आवासीय कामप्लेक्स को कुर्क किया गया था।
पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव को दे दिया था चैलेंज
जिसकी कीमत 7 करोड़ रुपए रही होगी। उसके बाद तुलसीपुर नगर से सटे शीतलापुर गांव में स्थित रिजवान जहीर के आलीशान मकान को भी जब्त कर लिया गया। भले ही जेल में बंद रिजवान जहीर खुद को सुरक्षित रख पाने की जद्दोजहद कर रहा है। लेकिन एक वक्त था जब उसने कभी देश के तत्कालीन रक्षामंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को ही चैलेंज दे दिया था।
बीते साल जब इसे गिरफ्तार किया गया गया तो इसने जमानत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका डाली थी, जिसे नामंजूर कर दिया गया था। इसके लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं था। लखनऊ बेंच ने जमानत देने से यह सुनते ही इनकार कर दिया कि आरोपी जेल से बाहर जाते ही तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष पप्पू हत्याकांड के गवाहों को धमकाना शुरू कर देगा।