अयोध्या जिले के मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत धरौली गांव पहुंचे विलुप्त प्रजाति के गिद्ध, ग्रामीणों के कौतूहल का बना विषय।
धरती पर मानव जीवन और प्राकृतिक के चक्र का संचालन करने के लिए पशु पक्षी और जीव जंतु की सक्रिय भागीदारी रहती है किसी भी पशु पक्षी और जीव जंतु के विलुप्त होने के कगार पर पहुंचने से प्राकृतिक संतुलन गड़बड़ा जाता है। गिद्धों की लगातार काम हो रही संख्या के चलते इन्हें लुप्त प्रजाति के पक्षियों में शामिल किया गया है। गिद्धों को प्राकृति का सफाई कर्मी कहा जाता है,मिल्कीपुर क्षेत्र के जंगलों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकृति के सफाई कर्मी और विलुप्त प्रजाति के पक्षी गिद्ध झुंड के रूप में दिखाई देने लगे हैं, गिद्ध मृत्यु प्राणियों के अवशेषों को खाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
एक तरह से मनुष्यों की सहायता करते हैं, वह कई तरह की गंभीर संक्रामक बीमारियों से मनुष्यों की सुरक्षा भी करते हैं। प्राकृतिक वातावरण में भी गिद्ध महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते हैं। थाना खंडासा क्षेत्र के धरौली गांव आनंद कुमार दुबे, मयंक दुबे, चंद्रकेश रावत, अभिषेक मिश्रा, सचिन पाण्डेय, शिवाकांत तिवारी, हर्षित मिश्रा राम धीरज, प्रदीप पाण्डेय सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि गांव के आसपास स्थित बागों में दर्जनों की संख्या में गिद्ध पक्षियों का झुंड दिखाई दे रहा जो प्रकृति के लिए अच्छी खबर है।उप प्रभागीय वन अधिकारी अयोध्या के एन0 सुधीर ने बताया कि ऐसा है तो यह बहुत अच्छी खबर है अभी तत्काल मौके पर टीम को भेज कर दिखावाते है।