तावडू, क्षेत्र में परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते प्राईवेट बसें सवारियों को भेड बकरियों की तरह ठूंस-ठूंस कर भर कर यात्रा करा रहे हैं। जिससे सवारियों की जान जोखिम में डाली जा रही है। यह बस वाले सरकारी बसों से अधिक किराया वसूल करते हैं। यदि सवारी आपत्ती जताए तो उसे भला बुरा कहते हैं। शहर में बस अड्डा बाईपास पर बने होने के कारण वहां सवारी पहुंचती नहीं और हरियाणा रोडवेज की बसें शहर में सवारी लेने आते नहीं। कुछ लोगों ने तो आरोप लगाया कि प्राईवेट बसों व परिवहन विभाग के स्थानीय कर्मचारियों ने आपस में साठ गांठ कर रखी है। जिस कारण वह न तो शहर में आते हैं और न ही बस अड्डे पर। विभाग को सवारी न मिलने की बात कह कर क्षेत्र से परिवहन विभाग की बसें हटाई जा रही हैं। राम कुमार, दीपक, रज्जाक, खानू, महेन्द्र, हरि सिंह, राकेश कुमार, विनोद कुमार, महेश कुमार, नरेश कुमार आदि ने बताया कि परिवहन विभाग की बसें शहर में सवारी लेने आती नहीं हैं और प्राईवेट बसें मनमानी कर रही हैं। जिससे सवारियों को प्राईवेट बसों में भेड बकरियों की तरह भरा जा रहा है। सवारी बैठाने के लिए प्राईवेट बस वाले बसों को सडकों पर खडा कर देते हैं। जिससे आए दिन जाम की स्थिति बन जाती है। यह प्राईवेट बस 20-25 मिनट तक सडक पर खडी रहती है। जिससे जाम की स्थिति बन जाती है।