गुरुग्राम। वृद्धजनों व आयुर्वेदिक चिकित्सकों का भी कहना है कि सर्दी के मौसम में यदि गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है तो वह शरीर के लिए फायदेमंद होता है। शरीर में नई स्फूर्ति व ऊर्जा का संचार होता है। गुड़ का सेवन करने से विभिन्न बीमारियां भी पास नहीं फटकती। गुडग़ांव क्षेत्र में गन्ने की फसल नहीं होती। गन्ने से ही गुड़ बनाया जाता है। पश्चिम उत्तरप्रदेश के लोनी, बागपत, बड़ौत, शामली, रमाला आदि क्षेत्रों में गन्ने की फसल बड़ी मात्रा में होती है। इन क्षेत्रों में गन्ने से गुड़ भी बनाया जाता है। गुडग़ांव में प्रतिवर्ष इन क्षेत्रों से लोग गुड़ व शक्कर की बिक्री करने के लिए आते हैं। क्योंकि बड़ी संख्या में गुडग़ांव में सभी प्रदेशों के लोग निवास करते हैं। सर्दी के दिनों में उन्हें गुड़ बहुत पसंद है। इसलिए पश्चिम उत्तरप्रदेश से बैलगाडिय़ों में गुड़ बेचने के लिए लोग गुडग़ांव के विभिन्न क्षेत्रों में आते हैं। शहरवासी अपनी जरुरत के हिसाब से गुड़ खरीदते भी हैं। गुड़ की बिक्री करने वालों का कहना है कि इस बार गुड़ 60 रुपए किलो व शक्कर 80 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बेची जा रही है।
चमत्कारी गुण समाए हुए हैं गुड़ में
लोग गुड़ खाने के चमत्कारी फायदे बताने से नहीं थकते। इनका कहना है कि यदि चने के साथ गुड़ का सेवन किया जाता है तो शरीर बहुत ताकतवर हो जाएगा और थकान भी नहीं होगी। जिम जाने वालों के लिए भी गुड़ चमत्कार के समान है। विज्ञान भी मानता है कि गुड़ मे ंकाफी मात्रा में विटामिन्स पाए जाते हैं। गुड़ को सदैव अपनी डाइट में शामिल किया जाना चाहिए। गुड़ का सेवन करने से प्रदूषण भी अधिक परेशान नहीं करता। दमे की शिकायत कभी नहीं होती। गुड़ शरीर से सारा अपशिष्ट पदार्थ को बाहर निकालने में भी मदद करता है। गुड़ का सेवन करने से खून भी साफ रहता है। चेहरे पर कील-मुहांसे व फुंसियां नहीं होती। आंखों की रोशनी के लिए भी गुड़ लाभदायक होता है। गुड़ में विटामिन ए पाया जाता है, इसलिए गुड का नियमित रुप से इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि आंखों की रोशनी बनी रहे।