सोहना। जिला गुरुग्राम से जुड़ा एक मामला सामने आया है जिसमें सोहना निवासी एक डीएलएफ स्कीम फार्म हाउस मालिक अमी चंद निवासी सोहना ने एक प्राइवेट फार्म हाउस मालिक के खिलाफ ग्रीन बेल्ट में अवेध निर्माण को लेकर लिखित शिकायत डीएलएफ को दी है। लिखित शिकायत में बताया कि वह फार्म न 415 स्न डीएलएफ स्कीम सहसौला (तावडू मेवात) का 2002 से मालिक है और जिसके साइड में 60 फुट का रोड डीएलएफ द्वारा बनाया गया है और वह रोड सार्वजनिक है। इस रोड के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट का एरिया है जिसमें केवल पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए पेड़ लगाए जा सकते हैं। अन्य किसी और कार्य में यह स्थान काम में नहीं लिया जा सकता7 ऐसा ही डीएलएफ के नियम और शर्तों में और मेरी रजिस्ट्री में भी लिखा हुआ है7अब एक प्राइवेट फॉर्म हाउस मालिक जिसका लीलावती फार्म के नाम से फार्म है और लीलावती फार्म वाले का फार्म डीएलएफ स्कीम में है ही नहीं। फिर भी उसने 60 फुट रोड पर बनी ग्रीन बेल्ट में पेड़ काटकर अवैध रूप से कंस्ट्रक्शन करके पक्की चार दिवारी करके कमरा बनाया हुआ है। जिसके साथ में ही एक शौचालय का निर्माण भी कर लिया है। जिसकी लिखित शिकायत और ऑनलाइन शिकायत डीएलएफ को और जिला वन विभाग मेवात को कर चुका हूं। पर अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। इसमें किसी डीएलएफ अधिकारी की मिलीभगत है जो अवैध निर्माण करवा रहे हैं। और उस को बढ़ावा दे रहे हैं । जिसकी निष्पक्ष जांच करके और अवैध निर्माण को तोड़ा जाए ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे और इस तरह का अवैध निर्माण नहीं हो सके। इससे तो यही जाहिर है कि डीएलएफ के अधिकारियों की फार्म हाउस मालिक से मिलीभगत है इसीलिए ही कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है । क्योंकि शिकायत देने के बाद भी वह कार्रवाई नहीं कर रहे।हालांकि डी एल एफ में शिकायत देख रहे कश्यप सही जवाब नही दे पाए और सिक्योरिटी से संबंधित बताया। क्या कहते हैं फॉरेस्ट विभाग के अफसरजिला वन विभाग मेवात के अधिकारी विजेंदर सिंह के मुताबिक यह एरिया सेक्शन 4 के अंदर नहीं आता। इसलिए हम कार्रवाई नहीं कर सकते। अगर अन्य कोई और स्थान होता तो हम जरूर कार्रवाई अमल में लाते हैं। हालांकि पर्यावरण सुरक्षित रखना तो जरूरी है।क्या कहते हैं डीएलएफ के सिक्योरिटी अधिकारी डीएलएफ में कंप्लेंट देने के बाद सिक्योरिटी इंचार्ज संजय राघव का कहना कि फार्म हाउस मालिक इसे सार्वजनिक शौचालय बता रहे हैं जो लेबर के लिए बनाया है।जिसका बोर्ड भी लगाया है।जबकि इसकी शिकायत हमने तावडू पुलिस को दी थी लेकिन क्यों कार्यवाही नही की मालूम नही। यह मामला बिल्कुल सही है कि ग्रीन बेल्ट में अवैध निर्माण नहीं होनी चाहिए।