पॉलिटिक्स राष्ट्रीय स्पेशल

Haryana में सियासत का नया अध्याय शुरु, नई सरकार आज सदन में साबित करेगी बहुमत

हरियाणा में नई सरकार बनने के बाद बुधवार यानि आज फ्लोर टेस्ट होगा। 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 41 विधायक हैं। इसके अलावा पार्टी को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है। वहीं हलोपा के गोपाल कांडा भी बीजेपी के साथ हैं। ऐसे में बीजेपी के पास इस समय कुल 48 विधायकों का समर्थन है। आपको बता दें कि हरियाणा के सीएम पद की शपथ लेने के बाद नायब सैनी ने कहा कि बीजेपी राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें भारी अंतर से जीतेगी। राज्य में विधानसभा चुनाव होने पर पार्टी फिर से सरकार बनाएगी। मुख्यमंत्री चुने गए सैनी ने कहा कि पार्टी ने एक सामान्य कार्यकर्ता को इतना सम्मान दिया है।

बता दें कि बीते दिन हरियाणा में सियासी गतिविधियां दिन भर बदलती रहीं। दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी से भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन टूटने के बाद प्रदेश में नए सिरे से सरकार बनी। नायब सैनी को हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बनाए गए। सैनी की पहचान ओबीसी नेता की है और पार्टी जाहिर तौर पर उनको चेहरा बना आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ा सियासी दांव चल रही है। आज शाम 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री के अलावा अन्य मंत्रियों ने पद की शपथ ली।

हरियाणा में कोई नहीं डिप्टी सीएम

नए मंत्रिमंडल में CM नायब सिंह सैनी, डॉ. बनवारी लाल हरियाणा राज्य के मंत्री पद पर नियुक्त किए गए। जयप्रकाश दलाल हरियाणा राज्य के मंत्री पद पर नियुक्त किए गए, कंवरपाल गुर्जर और मूलचंद शर्मा ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। रणजीत सिंह हरियाणा राज्य के मंत्री पद पर नियुक्त पर किए गए हैं। इसके साथ ही हरियाणा में कोई डिप्टी सीएम नहीं रहेगा। बता दें कि शपथ ग्रहण समारोह में अनिल विज नहीं पहुंचे। वे अंबाला में ही हैं।

ML खट्टर करनाल सीट से लड़ सकतें हैं चुनाव

इसी के साथ आपको बता दें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव के बाद सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के करनाल सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। मनोहर लाल खट्टर पिछले 9 वर्षों तक प्रदेश के सीएम पद पर रहे। अब उनको पार्टी या तो संसदीय राजनीति या फिर सांगठन के काम तैनात कर सकती है।

कौन हैं नए सीएम नायब सैनी

2019 में कुरुक्षेत्र सीट से लोकसभा सांसद के तौर पर संसद पहुंचे थे। उनके राजनीतिक सफर की अगर बात करें तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री, जिला महामंत्री, जिलाध्यक्ष के तौर पर कार्य किया है। सैनी की राजनीतिक यात्रा 2002 में शुरू हुई थी। इस साल उनको हरियाणा में बीजेपी के युवा मोर्चा का कामकाज देखने का पदभार सौंपा गया था। उन्हें 2009 में बीजेपी किसान मोर्चा हरियाणा के प्रदेश महामंत्री बनाया गया।

नायब सैनी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। वे अंबाला लोकसभा के गांव नारायणगढ़ के रहने वाले हैं। 2014 में वे नारायणगढ़ सीट से विधायक बने और फिर 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे। इनके पास खनन मंत्रालय का जिम्मा था। इसके अगले 3 साल बाद पार्टी ने 2019 में उनको कुरुक्षेत्र से सांसदी का चुनाव लड़ाया।

सीट शेयरिंग पर अब तक नहीं बनी बात

दरअसल बीजेपी और जेजेपी के अलग होने की वजह लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर सहमति ना बन पाना है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इसमें सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पाई। जेजेपी हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ दो सीटों पर दावा कर रही है जिसे बीजेपी देने को तैयार नहीं है।

सिरसा में पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद दुष्यंत चौटाला ने हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीटों पर दावा जताते हुए कहा था कि जिस तरह से NDA गठबंधन के तहत बीजेपी ने छोटे अलायंस दलों को एडजस्ट किया है और उनका ध्यान रखा है तो उन्हें उम्मीद है कि हरियाणा में भी जेजेपी के बारे में कोई फैसला लिया जाएगा।

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इसके अलावा पार्टी हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर रही है।हम बीजेपी से हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ दो सीटों को प्राथमिकता के साथ मांगने का प्रयास करेंगे, लेकिन कौन सी सीट दी जाएंगी ये गठबंधन की बैठक के दौरान तय होगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बीजेपी के साथ लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर दो दौर की बातचीत हो चुकी है।

You may also like