गुरुग्राम। यहां सेक्टर-40 स्थित एमडीयू सेंटर फॉर प्रोफेशनल एंड अलाइड स्टडीज में एमडीयू सीपीएएस यूथ रेड क्रॉस विंग ने आर्टेमिस द्वारा डेफोडिल्स के सहयोग से पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम और स्तन स्वास्थ्य विषय पर स्वास्थ्य वार्ता का आयोजन किया। केंद्र की छात्राओं से बात करते हुए वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. टीना सिंह ने उन्हें पीसीओएस के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने के लिए कहा एवं किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत डॉ. से खुल कर बात करने के लिए प्रेरित किया। जब स्तन कैंसर का जल्दी पता चल जाता है और यह शरीर में कहीं और नहीं फैलता है डॉ. सुचाना कुशवाहा ने युवतियों को 20 साल की उम्र में आत्म-परीक्षण करने के लिए कहा। डॉ. कुशवाहा ने स्तन कैंसर के खतरे से बचने के लिए 30 साल की उम्र में जोखिम मूल्यांकन और 40 साल की उम्र में मैमोग्राफी और अन्य चिकित्सकीय जांच की जरूरत पर जोर दिया।