प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूजन विधि शुरू हो गई, जो अगले 7 दिनों तक लगातार चलेगी। शंकाराचार्यों के बयानों को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी है।
22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसको लेकर अयोध्या में तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। प्रदेश सीएम भी लगातार इस खास आयोजन को लेकर हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं। बीते दिन यानी मंगलवार से प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूजन विधि शुरू हो गई, जो अगले 7 दिनों तक लगातार चलेगी। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के मौके पर सैकड़ों VIP और VVIP को आमंत्रित किया गया है। बीते दिनों शंकाराचार्यों के बयानों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय को लेकर सवाल उठाए हैं। शंकाराचार्यों के बयानों के अनुसार, 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा करना उचित नहीं है। इस समय उद्घाटन समारोह करना शास्त्रों के नियमों का उल्लंघन है। क्योंकि मंदिर का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है। इन बयानों को लेकर अब प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, चाहे वो हम हो या कोई बड़ा धर्मगुरु, प्रभु श्रीराम से बड़ा कोई नहीं।
”श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने हर धर्माचार्यों को निमंत्रण भेजा है। मुझे (सीएम योगी) लगता है कि यह श्रेय का या मान अपमान का अवसर नहीं है। चाहे मैं हूं, आम जनता हो या देश का कोई बड़ा धर्माचार्य… प्रभु राम से बड़ा कोई भी नहीं है। हम सब राम पर आश्रित हैं। राम हम पर नहीं।” सीएम ने आगे कहा, ”हमारी व्यवस्था प्रभु राम के बगैर नहीं चल सकती, लेकिन श्रीराम तब भी मौजूद थे, जब ये परंपराएं नहीं थीं। देश के हर नागरिक को बोलने का अधिकार है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि जो इस वक्त नहीं आ पा रहे हैं, वो उद्घाटन के बाद पधारें। सुनी सुनाई बातों पर विश्नास नहीं करें।”