कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हल्ला होला है। जिसमें युवाओं से जुड़ी समस्या व रोजगार के बारे में चर्चा करते हुए जनता को स्वामी विवेकानंद की याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने युवाओं की ऊर्जा को ही एक समृद्ध देश का आधार कहा और पीड़ित एवं निर्धन की सेवा को ही सबसे बड़ी तपस्या।
महंगाई के तले दबे युवा
राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं को विचार करना ही होगा कि हमारे सपनों के भारत की पहचान आखिर क्या होगी। जीवन की गुणवत्ता या सिर्फ भावुकता, मोहब्बत या नफरत। उत्तेजक नारे लगाता युवा या रोजगार प्राप्त युवा। आज वास्तविक मुद्दों से भटकाने का काम किया जा रहा है। राजनीति में भावनात्मक मुद्दों का दुरुपयोग किया जा रहा है। बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई के बीच युवा और गरीब पढ़ाई, कमाई और दवाई के कर्ज तले दबे हुए है और सरकार इसे अमृतकाल बता कर उत्सव मना रही है। इसी के साथ उन्होनें पीएम मोदी को कहा कि सत्ता के अहंकार में शहंशाह चूर है। जो अभी जमीनी हकीकत से कोसों दूर है।
14 जनवरी को शुरू होनी है न्याय यात्रा
राहुल गांधी सभा को संबोधित करते हुए बोले कि अन्याय की इस आंधी में न्याय के प्रकाश को फैलाया जाएगा। मेरे साथ करोड़ों युवा ‘न्याय योद्धा’ स्वामी विवेकानंद जी की शिक्षा से प्रेरणा ले कर, न्याय का हक मिलने तक, इस संघर्ष में शामिल हो रहे हैं। सच्चाई की विजय होगी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होनी है, जिसपर अभी पेंच फंसा पड़ा है।