अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई कृष्णशिला पर निर्मित मूर्ति का चयन किया गया है। इस मूर्ति को राम मंदिर में स्थापित किया जाएगा। जो रामलला सरकार के श्री विग्रह के रूप में होगी। उन्होंने कहा कि मंदिर में जो मूर्ति स्थापित होगी वो भगवान राम की 5 साल की अवस्था की है।
तीन मूर्तिकारों ने बनाई थी प्रतीमा
राम मंदिर के लिए तीन मूर्तिकारों ने रामलला की मूर्ति बनाई थी। इनमें से अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति का चुनाव किया गया है। ट्रस्ट महासचिव ने स्पष्ट किया कि रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान मंगलवार (आज) से ही शुरू हो रहा है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य पूजन 22 जनवरी को मध्याह्न 12:20 से एक बजे तक चलेगा।
ट्वीट देखने के लिए क्लिक करें-
चंपत राय ने बताया कि पुरानी मूर्ति मंदिर परिसर में ही रहेगी। 22 जनवरी को मूर्ति गर्भ गृह में स्थापित की जाएगी। 12 बजे से शुरू होकर 1 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो जाएगी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत और सीएम योगी अपने मनोभाव प्रकट करेंगे।
18 को ही स्थापित कर दी जाएगी मूर्ति
18 जनवरी को गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा अपने स्थान पर स्थापित कर दी जाएगी, किंतु स्थापना की प्रक्रिया प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के रूप में चलती रहेगी और 22 जनवरी को एक बजे प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की पूर्णाहुति के साथ स्थापना की प्रक्रिया पूर्ण होगी। इसके बाद ही नए गर्भगृह में रामलला का दर्शन-पूजन शुरू हो सकेगा।