प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अबू धाबी में श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि यह भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का प्रतीक है. इसमें भारत-यूएई के रिश्तों का अध्यात्मिक प्रतिबिंब भी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अबू धाबी में श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर का उद्घाटन किया. यह खाड़ी देश में पहला हिंदू मंदिर है. पीएम मोदी ने कहा कि मंदिर का उद्घाटन खाड़ी देश में हिंदू समुदाय और भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है. यह मंदिर 27 एकड़ जमीन पर बना हुआ है.
- पीएम मोदी ने कहा कि हमें विविधता ही विशेषता लगती है. आज वैश्विक संघर्षों और चुनौतियों के सामने यह विचार एक विश्वास देता है. इस मंदिर में पग-पग पर विविधता में विश्वास दिखेगी. पीएम मोदी ने कहा कि हम जहां भी जाते हैं, वहां के मूल्यों को सम्मान भी देते हैं और उन्हें आत्मसात भी करते हैं. उन्होंने कहा कि यूएई ने भारतीय श्रमिकों के लिए अस्पताल बनाने के लिए जमीन दी है. उन्होंने कहा कि पूरी पृथ्वी ही हमारा परिवार है. इस विचार को लेकर भारत विश्व शांति के लिए प्रयास कर रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि मैं गर्व अनुभव करता हूं कि मैं मां भारती का पुजारी हूं. परमात्मा ने मुझे जितना समय दिया है. परमात्मा ने जो शरीर दिया है. उसका कण-कण सिर्फ और सिर्फ मां भारती के लिए है. 140 करोड़ देशवासी मेरे अराध्य देव हैं. अयोध्या के हमारे उस परम आनंद को अबू धाबी में मिली खुशी की लहर ने और बढ़ा दिया. मेरा सौभाग्य है कि पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर और अब अबू धाबी में मंदिर का साक्षी बना. हमें विविधता में वैर नहीं दिखता.
- पीएम मोदी ने कहा कि यह केवल उपासना स्थल नहीं है. यह मानवता का हेरिटेज है. यह भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का प्रतीक है. इसमें भारत-यूएई के रिश्तों का अध्यात्मिक प्रतिबिंब भी है.
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत और यूएई की दोस्ती को आपसी विश्वास और सहयोग के उदाहरण के रूप में देखा जाता है. बीते वर्षों में हमारे संबंधों ने एक नई ऊंचाई हासिल की है. भारत अपने रिश्तों को केवल वर्तमान संदर्भ में ही नहीं देखता है. हमारे लिए रिश्तों की जड़ें हजारों साल पुरानी है. अरब जगत सैंकड़ों साल पहले भारत और यूरोप के बीच व्यापार में ब्रिज की भूमिका निभाता था.
- पीएम मोदी कहा कि मंदिर भी मानवता के लिए और भविष्य के लिए बसंत का स्वागत किया. मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा. यूएई की पूरी सरकार ने दिल से करोड़ों भारतीयों की इच्छा पूरा किया. 140 करोड़ भारतीयों के दिल को जीत लिया है. मैं मंदिर के विचार से लेकर साकार होने तक पूरी यात्रा में जुड़ा रहा हूं. मेरा सबसे बड़ा सौभाग्य है. पीएम मोदी ने कहा कि यूएई आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी