H125 हेलीकॉप्टर ऊंचाई पर और गर्म वातावरण में बेहतर प्रदर्शन प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल मेडिकल एयरलिफ्ट, सर्विलांस मिशन, अग्निशमन, हवाई सर्वेक्षण और यात्री परिवहन में उपयोग के लिए किया जाएगा। साथ ही इसका उपयोग विभिन्न देशों के सशस्त्र बलों द्वारा प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है।
टाटा समूह और फ्रांस की एयरक्राफ्ट निर्माता कंपनी एयरबस ने नागरिक हेलीकॉप्टर के निर्माण के लिए आपस में एक समझौता किया है। इस समझौते के तहत दोनों कंपनी मिलकर H125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का निर्माण करेंगे। यह निर्माण कार्य भारत में होगा। भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है।
इस समझौते के तहत टाटा समूह और एयरबस हेलीकॉप्टर का निर्माण गुजरात के वडोदरा में होगा। जानकारी के अनुसार, बाजार में इस तरह के 600 से 800 हेलीकॉप्टर की मांग है। H125 हेलीकॉप्टर ऊंचाई पर और गर्म वातावरण में बेहतर प्रदर्शन प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल मेडिकल एयरलिफ्ट, सर्विलांस मिशन, अग्निशमन, हवाई सर्वेक्षण और यात्री परिवहन में उपयोग के लिए किया जाएगा। साथ ही इसका उपयोग विभिन्न देशों के सशस्त्र बलों द्वारा प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है।
पीएम मोदी और मैक्रों के बीच ये हुई बातचीत
विदेश सचिव क्वात्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के बीच हुए समझौते के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस ने एक रोडमैप तैयार किया है। यह रोडमैप प्रमुख सैन्य हार्डवेयर और प्लेटफार्मों के सह-विकास और सह-उत्पादन में मदद करेगा। साथ ही अंतरिक्ष, भूमि युद्ध, साइबरस्पेस और कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित कई क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी सहयोग किया जाएगा। इस समझौते के अनुसार पुराने एवरो-748 की जगह C-295 एयरक्राफ्ट खरीदें जाएंगे। भारत ने 56 विमानों की मांग की थी। इसमें से 40 वडोदरा में बनाए जाएंगे। इसी के निर्माण के लिए टाटा ने एयरबस के साथ समझौता किया है।