ताज़ा पॉलिटिक्स राष्ट्रीय स्पेशल

बोधराज सीकरी की हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम सतत गतिशील, पार हुआ 5 लाख 46 हजार का आंकड़ा

गुरुग्राम । बोधराज सीकरी की मुहिम हनुमान चालीसा पाठ के तहत कल 30 जनवरी, मंगलवार को जैकबपुरा (समीप जैन हैण्डलूम) में हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ श्री गजेंद्र गोसाईं जी ने व्यास पीठ से संगीतमय ढंग से किया व आखिरी पाठ में उन्होंने पूर्व में किए गए पाठों की भांति “मेरी लगी राम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने” के कीर्तन के साथ किया। इससे पहले सुन्दरकाण्ड का पाठ हुआ। जिसमें कुल 80 साधक शामिल रहे। वहीं उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने खड़े होकर राम भक्ति में झूमते हुए नृत्य किया।

भक्तों को सुनाई राम तत्व की महिमा

बता दें कि श्री कृष्ण कुमार बुद्धिराजा की बेटी की शादी के उपलक्ष्य में जैकबपुरा में इस पाठ का आयोजन किया गया था, जिसमें बोधराज सीकरी ने राम तत्व की महिमा पर सविस्तार चर्चा की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देवी सीता ने मां गौरी का पूजन करके अपना श्री राम के रूप में मनचाहा वर पाया था। मां जानकी जी ने जब मां गौरा की पूजा की तो उन्हें आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

सुनु सिय सत्य असीस हमारी।
पूजिहि मन कामना तुम्हारी॥
नारद बचन सदा सुचि साचा।
सो बरु मिलिहि जाहिं मनु राचा॥

भावार्थ- हे सीता! हमारी सच्ची आसीस सुनो, तुम्हारी मनःकामना पूरी होगी। नारद का वचन सदा पवित्र (संशय, भ्रम आदि दोषों से रहित) और सत्य है। जिसमें तुम्हारा मन अनुरक्त हो गया है, वही वर तुमको मिलेगा।

सुंदर और मनोहारी व्याख्यान- बोधराज सीकरी

वहीं आराध्य श्री राम चन्द्र जी भी भाई लक्ष्मण के साथ मुनि विश्वामित्र की आज्ञा से पूजा के लिए फूल लेने गए हुए थे वहीं उनका जानकी जी से साक्षात्कार हुआ। पुष्प वाटिका में जब सीताजी ने श्रीराम को देखा तो उन्हें बार-बार देखते हुए उनका मन अधीर होने लगा और प्रेम बढ़ने लगा, जब फूल लेकर प्रभु श्री राम मुनि विश्वामित्र के पास पहुंचे तो उन्होंने आशीर्वाद दिया कि- “सुफल मनोरथ होहि तुम्हारे। राम लखन सुनु भये सुखारे। प्रभु श्रीराम और मां सीता की आत्मीय भेंट का यह व्याख्यान बेहद ही सुंदर और मनोहारी तरीके से श्री बोधराज सीकरी ने सुनाया।

गुरुग्राम वासियों का किया अभिनंदन

बोधराज सीकरी जी ने हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम से जुड़ने के लिए गुरुग्राम वसियों का अभिनंदन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यही जन्म भूमि है, यही कर्म भूमि है और यही भूमि मेरे लिए सब कुछ है। पाठ में श्री बी.डी.पाहुजा, श्री सतपाल नासा, श्री किशोरी लाल डुडेजा, श्री युधिष्ठिर अलमादी, श्री राजेन्द्र बजाज, श्री सुखदेव, श्री दर्शन बजाज, महिला प्रकोष्ठ से श्रीमती सुरेश सीकरी, श्रीमती शील सीकरी, श्रीमती ज्योत्सना बजाज, श्रीमती पुष्पा नासा उपस्थित रहे।

बोधराज सीकरी की अगुवाई में हनुमान चालीसा का पाठ

बता दें कि कल जैकबपुरा में 80 लोगों ने 11-11 बार पाठ किया। गत शुक्रवार को श्री गोपीनाथ मंदिर, अर्जुन नगर में 90 लोगों ने 21-21 बार पाठ किया। गत शनिवार सेक्टर 70, विला 11, ट्यूलिप आइवरी में 60 लोगों ने पहले 11 बार सुंदरकांड का पाठ फिर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसी प्रकार जनता रिहैबिलिटेशन सेंटर में पिछले कई मंगलवार से बोध राज सीकरी की अगुवाई में जो हनुमान चालीसा पाठ चल जारी है वहां भी 40 स्टूडेंट्स ने 21-21 बार पाठ किया। इसी प्रकार जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में भी 35 साधकों ने 5-5 बार पाठ किया।

200 से अधिक स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ

श्री विजय टन्डन और श्री रणधीर टन्डन की फैक्टरी वी.के.रब प्लास्ट के 70 कर्मचारियों ने 2-2 बार पाठ किया। इसके अतिरिक्त पंजाबी बिरादरी महा संगठन की महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका श्रीमती ज्योत्सना बजाज ने मंगलवार के दिन जहां-जहां भी हनुमान चालीसा का पाठ हो रहा है। उसके अतिरिक्त जूम के माध्यम से लगभग 15 महिलाओं ने 11-11 बार पाठ किया। इससे पहले 200 स्थानों पर हनुमान चालीसा के 541,411 पाठ 39,096 साधकों ने किए थे। इस मंगलवार के पाठ को मिलाकर 207 स्थानों पर 39,486 साधकों की ओर से 546,161 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं।

You may also like