रामलला को मूर्ति से पहले मूर्तिकार अरुण योगीराज कई मशहूर मूर्तियां बना चुके हैं। इनमें केदारनाथ के आदि शंकराचार्य और मैसूर में स्थित हनुमान जी की प्रतिमा शामिल है।
अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। दूर-दराज से आए लोग कंपकंपाती ठंड में रामलला की एक झलक को आतुर हैं। हर कोई भगवान राम की मनमोहक मूर्ति को देखकर भावुक है। इसी बीच रामलला की मूर्ति बनाने वाले मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज ने एक ऐसा दावा किया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है।
कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने एक इंटरव्यू में रामलला की मूर्ति को लेकर अपना अनुभव शेयर किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि राम मंदिर के गर्भगृह में जो रामलला की मूर्ति लगी है वो उन्होंने नहीं बनाई है। मूर्तिकार योगीराज की इस बात को सुनकर हर कोई हैरान रह गया है।
योगीराज ने क्या कहा?
अरुण योगीराज ने कहा, “मैं 10 दिन से वहीं था, प्रतिष्ठा होने के बाद अलंकार होने के बाद मैं किनारे बैठा था। मैंने देखा तो लगा ये मेरा काम नहीं है। अंदर जाते ही भगवान बहुत चेंज हो गया। मेरे साथ दो तीन लोग बैठे थे उनसे मैंने शेयर किया कि ये बहुत अलग दिख रहा है। पता नहीं ये मेरा काम नहीं हो सकता।” आपको बता दें कि मूर्तिकार योगीराज कहना चाहते हैं कि मूर्ति के गर्भगृह में जाने के बाद मूर्ति के भाव बदल चुके हैं।
योगीराज ने बनाई कई मशहूर मूर्तियां
आपको बता दें रामलला को मूर्ति से पहले मूर्तिकार अरुण योगीराज कई मशहूर मूर्तियां बना चुके हैं। अयोध्या से पहले अरुण योगीराज ने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई थी, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। इसके अलावा मैसूर में उन्होंने 21 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा बनाई है।