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प्रदेश के सर्वाधिक धनी नगर निगम में इच्छाशक्ति की कमी

गुरुग्राम, प्रदेश के सर्वाधिक अमीर नगर निगम के अंतर्गत आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कूड़े के ढेर लगे होने से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह अस्थायी रुप से बना दिए गए डंपिंग स्टेशन आज लोगों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं। इनमें न केवल सड़ी-गली वस्तुएं डाल दी जाती है, बल्कि कुछ डेयरी संचालकों द्वारा पशुओं का गोबर भी डाल दिया जाता है, जिसके कारण दूर-दूर तक बदबू आती रहती है। ऐसे में नगर निगम का वह दावा फैल दिखाई पड़ता है, जिसमें नगर निगम लोगों से आग्रह करता है कि वे कूड़े को अलग-अलग करके ईकोग्रीन के वाहन में डालें। जब कूड़े में गोबर डाल दिया जाएगा तो फिर वह कैसे अलग हो पाएगा। ऐसे में कूडा उठाने वाले कर्मचारी भी हिचकिचाते दिखाई देते हैं। भीम नगर, कबीर भवन चौक, मदनपुरी पब्लिक हैल्थ के पास अस्थायी रुप से डपिंग स्टेशन बने हुए हैं। शहर के प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि इससे पूर्व न्यू कालोनी मोड के निकट लेडी ऑफ फातिमा स्कूल के सामने पेट्रोल पंप के पास, नगर निगम के पूर्व वरिष्ठ उप महापौर यशपाल बतरा के कार्यालय के सामने, ओल्ड रेलवे रोड स्थित चर्च के निकट मात्र 200 मीटर के दायरे में 3 अस्थायी डंपिंग स्टेशन लोगों द्वारा बनाए हुए थे। उन्होंने कहा कि कूडा डालते समय तो नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं देता, जब यही कूडे का ढेर बड़े डंपिंग स्टेशन में तबदील हो जाता है और क्षेत्रवासियों द्वारा विरोध प्रदर्शन व धरना दिया जाता है तो उसके बाद निगम की नींद टूटती है। जिसके बाद कूडे के ढेर को हटाने की कार्यवाही अमल में लाई जाती है। यदि समय रहते नगर निगम ऐसे अस्थायी डपिंग स्टेशन को हटाने का काम कर दे तो फिर लोगों को धरने प्रदर्शन करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

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