यूपी के कानपुर में एक 27 साल की नर्सिंग की छात्रा ने अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण लिखा है। आइए जानते हैं पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के कानपुर में 27 साल की नर्सिंग की छात्रा अपने घर में ही फांसी के फंदे पर झूल गई। उसके शव के पास एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने अपने ट्यूशन छात्र की मौसी को संबोधित करते हुए मौत का कारण बताया है। सुसाइड नोट में नर्सिंग छात्रा ने सुसाइड नोट में अपने ट्यूशन छात्र की मौसी को संबोधित करते हुए लिखा “किसी और को फंसाने की कोशिश मत करो, जो हुआ गलती से हुआ है। इन्होंने मुझे टार्चर करके पैसे वापस करने का वीडियो बनवाया। मैं निशा राजपूत अपने होश हवास में यह बताती हूं। तुमने उस लड़के की बात नहीं सुनी। उसने ही कहा था। एटीएम का पिन भी बताया और कहा मैम पैसे निकालो।”
अपने सुसाइड नोट में ट्यूशन छात्र की मौसी को संबोधित करते हुए आगे लिखा है “तुम्हारी वजह से आज मुझे सब छोड़ना पड़ रहा है। मैं गलत नहीं हूं सिर्फ मजबूर थी। तुम सब ने मजाक बना दिया। मैं जा रही हूं। अब तुम मुझे बेइज्जत कर लेना। तुम एक लड़की हो मुझे जानती थी, उसके बाद भी ऐसा कहा। पापा मुझे माफ कर दो। मेरी गलत नहीं थी। बस जिस पैसे की कमी से मैंने मां को खो दिया। तुम्हें तकलीफ में नहीं देखना चाहती थी। इसलिए जल्दी पैसे कमाने के लिए तरीका आप सबके लिए गलत था।”
घटना कानपुर के धरीपुरवा की है। यहां की निवासी निशा राजपूत नर्सिंग की छात्रा थी। निशा राजपूत का भाई मनीष मूंगफली का व्यापारी है। मनीष ने बताया कि उसकी बहन निशा शेयर मार्केट का काम भी करती थी। इसके साथ ही घर पर बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाती थी। बकौल मनीष, निशा से ट्यूशन पढ़ने वाले आठवीं के छात्र के मौसा ने निशा के खिलाफ साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने बताया था कि निशा ने आठवीं के छात्र को डरा-धमकाकर उनके एटीएम कार्ड से तीन बार में 25 हजार रुपये निकलवा लिए।