ज्ञानवापी परिसर के सायंटिफिक सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में एएसआई ने बंद लिफाफे में जमा की है। इसे लेकर हिन्दू पक्ष ने उसी दिन विरोध जताया था। हिन्दू पक्ष ने कोर्ट में इस रिपोर्ट को सबके सामने रखें का प्रार्थान पत्र दिया था। वहीं मुस्लिम पक्ष ने ऐसा नहीं करने की बात कही थी। बुधवार को हुई सुनवाई में ASI ने इस सर्वे रिपोर्ट की सुनवाई 4 सप्ताह आगे बढ़ाने की एप्लिकेशन दी है। मामले में कल सुनवाई होगी।
वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर का एएसआई ने जिला कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश के बाद 4 अगस्त से तकरीबन 100 दिन का साइंटिफिक सर्वे किया है। इस सर्वे की रिपोर्ट और सर्वे में मिले 250 से अधिक साक्ष्य जमा किये थे। 18 दिसंबर को लगभग 1500 पन्नों की रिपोर्ट सील्ड लिफाफे में एएसआई ने जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में जमा किया था। आज इस मामले में हुई जिला जज की अदालत में ASI ने एक बार फिर इस रिपोर्ट को उजागर करने के लिए अदालत को 4 सप्ताह तक रुके रहने की प्रार्थना की है। ASI के अनुसार हाईकोर्ट ने भी एक केस में इस रिपोर्ट को साक्ष्य के रूप में लगाने को कहा है ऐसे में इसकी दूसरी कॉपी बनाने में चार सप्ताह का समय लगेगा ऐसे में इसे उजागर न किया जाए। इस मामले में एक बार फिर हिन्दू पक्ष ने आपत्ति जताई है।
एएसआई काउन्सिल ने दिया प्रार्थना पत्र
इस संबंध में हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि आज एएसआई सर्वे के मामले में सुनवाई होनी थी। जिला जज की अदालत में सुनवाई के पहले एएसआई की काउन्सिल ने प्रार्थना पत्र दिया और इस मामले की सुनवाई को चार सप्ताह आगे बढ़ाने की मांग की है। एएसआई के काउन्सिल ने कोर्ट को बताया कि एक केस हाईकोर्ट में पेंडिंग है। इसके अलावा हाईकोर्ट ने भी एक केस में इस सर्वे रिपोर्ट को साक्ष्य के रूप में सब्मिट किये जाने की बात कही है। ऐसे में इस रिपोर्ट की कॉपी बनाकर वहां जमा करने में चार सप्ताह का समय लगेगा। ऐसे में जिला जज की अदालत में इस केस की सुनवाई अगले चार सप्ताह के लिए आगे बढ़ा दी जाए। इस मामले में हमने आपत्ति दायर की है जिसपर जिला जज की अदालत में कल यानि 4 जनवरी को सुनवाई होगी।
मुस्लिम पक्ष ने दी वजूखाने को साफ करने की एप्लिकेशन
सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि इसी क्रम में अजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर और सील्ड मस्जिद परिसर के वजूखाने में मर रही मछलियों की सफाई को लेकर एप्लिकेशन दी है। ऐसे में उसपर भी कल सुनवाई की जाएगी। वहीं हिन्दू पक्षकार सोहनलाल आर्या ने कहा कि हमने जब शुरुआत में ही सील्ड वजूखाने जहां आदिविश्वेशर विराजमान है कि मछलियों को निकालने की बात कही थी तो मस्जिद कमेटी ने मना किया था। ऐसे में अब इसे साफ़ करने की बात की जा रही है।