यूपी सरकार करीब 146 कानूनों को बदलने जा रही है जो अंग्रेजी राज के समय से चल रहे थे। इनमें अनेक कानून तो वक्त के साथ अप्रासंगिक हो चुके हैं, तो कुछ हास्यास्पद भी हैं। आइए बताते हैं अंग्रेजों के जमाने के कुछ अजीबो-गरीब कानूनों के बारे में।
भैंस चोरी करने पर पांच रुपए का जुर्माना और बैल चोरी किया तो कुछ ज्यादा लगेगा। मोटर वाहन पर चाहे कार हो या ट्रक उसमेें रबर के भोंपू का होना जरुरी है, नहीं तो चालान कट जाएगा। इसी तरह कथा-कहानियों और फिल्मों में आपने देखा होगा कि प्रेमियों के संदेश कबूतरों से भेजे जाते थे। लेकिन अंग्रेजी राज में यह गैर कानूनी था, फौरन कबूतर को गिरफ्तार कर लिया जाता। इसके पीछे कारण था कि राजद्रोह संबंधित संदेश न भेजे जा रहे हों, चि_ियों की बाकायदा जांच-पड़ताल होती उसके बाद ही डाक विभाग से संदेश भेजे जा सकते थे। अंग्रेजों ने अपने राज को निर्बाध बनाने के लिए अनेक कानून बनाए जो आज के समय में अप्रासंगिक और हास्यास्पद हो चुके हैं। अब इन कानूनों की समीक्षा यूपी सरकार ने करना शुरू किया है।
खाक होंगे नियम
अंग्रेजों ने खाक में मिलाने के लिए ही खाकी वर्दी का प्रचलन किया था। इतिहास में प्रहरियों की व्यवस्था भले ही रही हो, लेकिन आधुनिक पुलिस व्यवस्था की शुरुआत ही लार्ड कार्नवालिस के समय से हुई है। जिसे कर, मालगुजारी और लगान की वसूली में उत्पीडऩ के यंत्र के तौर पर प्रयोग किया जाता था। योगी सरकार आजादी के पहले से लागू करीब 146 कानूनों को बदलने की तैयारी कर रही है। इन कानूनों को हटाने के लिए राज्य विधि आयोग से सुझाव मांगा गया है। इसके अलावा सभी विभागों के सचिवों से भी इस बारे में राय मांगी गई है।
रेडियो बजाने का लाइसेंस हटा, तो दहेज में रेडियो की मांग बढ़ी
यूपी में 40 से अधिक सरकारी महकमों में अंग्रेजी राज के कानून लागू हैं। सर्वाधिक कानून तो पुलिस, यातायात, डाक विभाग, सूचना विभाग में लागू हैं। जिसे बदला जाएगा। मजे की बात है कि कुछ कानून पहले ही बदले गए हैं। जैसे अंग्रेजों के जमाने में रेडियो सुनने या बजाने का लाइसेंस बनवाना पड़ता था। हांलाकि क्रांतिकारियों ने खुद का रेडियो स्टेशन बना लिया था, जो अंग्रेजी राज के उत्पीडऩ से लोगों को जागरुक करते थे। उन्हीं दिनों अंग्रेजों ने खुद का रेडियो स्टेशन बीबीसी चालू किया, जिससे वे राजभक्ति के संदेश और समाचार दे सकें। जन विद्रोह के डर से रेडियो के लाइसेंस का नियम लगाया गया, जिससे सरकार को जानकारी भी रहे कि किस- किस गांव में रेडियो है। हांलाकि यह कानून 1970 के दशक में रद्द कर दिया गया। जिसके बाद अमीर लोगों ने रेडियो खरीदना चालू किया। उसी के बाद शादी-विवाह में दहेज के तौर पर रेडियो की मांग बढ़ी।
अजीबो-गरीब कानून
यदि आप सडक़ पर जा रहे हों और रास्ते में आपको पांच रुपया का नोट सडक़ पर मिल जाता है। तो आपका जिम्मेदारी है कि उस व्यक्ति को खोजकर ले आइए जिसका यह नोट है। यदि आप नोट के मालिक को खोज पाने में असफल है तो आपको वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को जाकर लिखित में बताना होगा कि नोट का मूल्य कितना है और प्राप्ती स्थाना कौन सा है। यदि आप ऐसा नहीं करते तो यह गैर कानूनी अपराध है। इसी प्रकार यदि आप आत्महत्या करना चाहते हैं तो कर लिजिए, यदि आप आत्महत्या नहीं कर पाते तो जेल जाना पड़ेगा। अंग्रेजी राज में अजीबो-गरीब कानूनों की फेहरिस्त लंबी है लेकिन आपको हम कुछ और भी कानून बताते हैं।
कबूतर की गिरफ्तारी
भारतीय डाक तार अधिनियम 1889 के अनुसार सिर्फ डाक वितरण का कार्य भारतीय डाक विभाग ही करेगा। इस नियम के अनुसार आज के दौर में कूरियर कंपनियां गैर कानूनी हैं। हाथ से आप किसी का पत्र लेकर जाते हैं तो वह भी गैर कानून है। बल्कि कबूतरों से संदेश भेजना भी गैर कानूनी है। ऐसी स्थिति में कबूतर हो या आप अंग्रेज पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। भारतीय वयस्कता अधिनियम 1875 कहता है कि आपको शादी करने के लिए 21 वर्ष का होना जरुरी है, लेकिन यदि आपने 18 साल की उम्र में ही किसी बच्चे को गोद ले लिया तो आप बाप बन सकते हैं। जबकि शराब पीने को लेकर देश के अनेक राज्यों मेें वयस्क होने की उम्र सीमा अलग-अलग है। दिल्ली में 25 साल में वयस्क हो जाते हैं जबकि गोवा, महाराष्ट्र, हिमाचल, कर्नाटक में 18 साल में ही जबकि हरियाणा-पंजाब आदि कई राज्यों में 21 साल में वयस्क हो जाते हैं।
जानवरों को भगाने के लिए ड्रम नहीं बजाने पर जेल
खरपतवार, हानिकारण रोग आदि से संबंधित अधिनियम 1949 कहता है कि यदि कीट-पतंगे अथवा जंगली जानवर हाथी वगैरह शहर, कस्बे में आ गए अथवा खेतों में आ गए तो आपको ड्रम, थाली, घंटा आदि बजाने के लिए बुलाया जाएगा। यदि आप आदेश नहीं मानते तो जेल जाना पड़ेगा। इतना ही नहीं, विद्रोहात्मक बैठक निवारण अधिनियम 1911 इस कानून के हिसाब से 20 से अधिक लोग कहीं भी इक_ा न हों। बल्कि शादी-विवाह या किसी उत्सव-अवसर पर नाचते गाते पाए गए तो जेल जाना पड़ेगा। इसी प्रकार भैंस चोरी से लेकर बैल चोरी तक के अलग-अलग मुकदमें और जुमार्ना है। जिसमें पांच रुपए से पचास रुपए तक जुर्माना देना होगा।
दांत चमक नहीं रहे तो नौकरी से होंगे बाहर
अंग्रेजों के सर्वाधिक हास्यास्पद कानून यातायात नियमों से संबंधित हैं। भारतीय मोटर वाहन अधिनियम 1914 के अनुसार यदि यातायात पुलिस के दांत चमक नहीं रहे हैं या आपके हाथ पैर की कोई उंगली टेढ़ी है तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा। इतना ही नहीं, यदि वाहन में रबर का भोंपू नहीं लगा है, टयूब में अलग से पानी नहीं भरकर लटकाया गया है तो भी चालान कट सकता है। आपने साईकिल रखा है जो उस जमाने में अमीरों के पास होती थी, उसमें हेड लाईट होना जरुरी है अन्यथा चालान कट सकता है। ऐसे सैकड़ों कानून आज के दौर में न केवल बेकार और कूड़ा हो चुके हैं बल्कि हास्यास्पद भी।