किसान दिल्ली की ओर कूच करने की पूरी तैयारी में हैं। सरकार से चार बार की वार्ता के बाद हल न निकलने पर आज फिर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर स्पेशल अलर्ट है। पंजाब के DGP ने सभी रेंज के ADG, IGP और DIG को लेटर लिखकर कहा है कि वे किसी भी हालत में भारी वाहन जैसे, पोकलेन, जेसीबी, टिपर और हाइड्रा को पंजाब-हरियाणा की खनौरी और शंभू बॉर्डर की तरफ आगे न बढ़ने दें।
पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
शंभू बॉर्डर पर किसान आगे बढ़ने की कोशिश करने रहें हैं। ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। वहीं बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण है। बता दें कि इससे पहले किसानों ने ऐलान किया था कि वे सुबह 11 बजे शंभू बॉर्डर से दिल्ली की तरफ बढ़ेंगे। जैसे ही किसान आगे बढ़ने की तैयारी करते, उससे पहले ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़ दिए गए। किसान आंदोलन में शामिल 14 हजार किसान अपने 1200 ट्रैक्टरों के साथ आज फिर से आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे। आपको बता दें कि आंदोलन का आज 9वां दिन है। अलग-अलग वजह से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 2 किसान और 2 पुलिस सब इंस्पेक्टर हैं।
किसानों की तैयारियां
बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए JCB-पोकलेन मशीनें लाए। आंसू गैस से बचने के लिए किसानों ने गीली बोरियां और चश्मा पहना। घग्गर नदी में रास्ता बनाने के लिए ट्रॉलियों में मिट्टी के बोरे लाए। साउंड कैनन से बचने के लिए ईयर प्लग पहने। आंसू गैस के गोले वाले ड्रोन को गिराने के लिए पतंग लाए। वहीं पुलिस भी पूरे बल के साथ अलर्ट मोड में है। शंभू बॉर्डर पर 7 लेयर बैरिकेडिंग, सीमेंट गार्डर, कंटीली तारें बिछाई। घग्गर नदी में ट्रैक्टर जाने से रोकने को खुदाई की। खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री के 5 हजार जवान तैनात। ड्रोन से आंसू गैस के गोले, रबड़ की गोलियां चलाने का किया इंतजाम।