चण्डीगढ़: हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने भारतीय रैडक्रास समिति की गतिविधियों को सराहनीय बताते हुए कहा कि गतिविधियों का दायरा और अधिक बढ़ाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों का सहायता पहुंचाई जा सके। यह बात उन्होंने वीरवार को राजभवन में आयोजित प्रबंध समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कही।वीरवार को प्रबंध समिति व कार्यकारिणी समिति की बैठक में माननीय राज्यपाल की अध्यक्षता में एंव माननीय मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आयोजित की गई जिसमें हरियाणा रैड क्रास के सभी आवश्यक मूद्दों पर गहनता से चर्चा की गई। माननीय राज्यपाल द्वारा महामहीम राष्ट्रपति के द्वारा शुरू टी0बी0 उन्मूलन की मुहीम जोकि 09 सितम्बर से 17 सितम्बर तक चलेगी को व्यापक स्तर पर चलाने के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि माननीय प्रधानमत्री जी द्वारा टी0बी0 मुक्त भारत का जो उद्देशय दिया है उसको हमें जल्द से जल्द पूरा करना है और रैड क्रास का इसमे सम्पूर्ण सहयोग वांछित रहेगा। इसके साथ-साथ उन्होंने नशा उन्मुलन पर भी प्रभावी कार्य करने के निर्देश दिए।
इस बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में नशा मुक्ति केंद्र खोलने से संबंधित एक सर्वे करवाया जाए, जिससे यह पता लग सके कि आज के समय में किस जिले में कितने नशा मुक्ति केंद्र खोलने की आवश्यकता है। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग रेड क्रॉस सोसाइटी या अन्य संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों की भी जानकारी एक प्लेटफार्म पर एकत्रित करें। उन्होंने कहा कि नशा आज समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है, जिस पर तुरंत लगाम लगाने की आवश्यकता है। राज्य सरकार नशे की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस कार्य में बिल्कुल भी ढ़िलाई नहीं बरती जानी चाहिए। सभी अधिकारी गंभीरता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होंने जिलों में बने नशा मुक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली की निगरानी हेतु एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं कि वे महीने में एक बार अपने-अपने जिलों में बने नशा मुक्ति केंद्रों का दौरा कर वहां दी जा रही सुविधाओं और कार्यप्रणाली का जायजा लेंगे। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस सोसयटी को ‘जहां तन-वहां मन‘ की अवधारणा को चरितार्थ करते हुए आमजन के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए सेवाभाव से कार्य करना चाहिए।मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि सभी जिला अस्पतालों में फर्स्ट -एड की ट्रेनिंग के लिए एक विंग स्थापित की जाए, जिसके तहत रेडक्रॉस द्वारा दी जाने वाली फर्स्ट -एड की ट्रेनिंग इन विंग के माध्यम से प्रदान की जाए। प्रदेश में लोगों को सस्ती दवाई उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला उपायुक्त संबधित सीएमओ से कहें कि वे अपने-अपने जिलों में अध्ययन कर यह पता लगाएं कि किन-किन स्थानों पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की आवश्यकता है। इस अध्ययन के बाद आवश्यकतानुसार प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र स्थापित किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाए। बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी.एस. ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा वित्त आयुक्त वी एस कुंडू, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव अरूण गुप्ता, राज्यपाल के सचिव अतुल द्विवेदी, संबंधित जिला उपायुक्त, महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं श्रीमती वीना सिंह सहित रेडक्रॉस सोसायटी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।