गुरुग्राम। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोरोना के नए वैरिएंट के बढ़ते खतरे व केंद्र सरकार द्वारा कोविड को लेकर जारी की गई एडवाइजरी के मद्देनजर गुरुग्राम जिला में महामारी से निपटने की तैयारी तेज कर दी गई हैं। जिला में कोविड अस्पतालों में पहले से मौजूद संसाधनों के बेहतर व सुव्यवस्थित उपयोग की तैयारी हो रही है। इसी क्रम में मंगलवार को कोविड से निपटने की मॉक ड्रिल की गई। उपायुक्त निशांत कुमार यादव व सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव की उपस्थिति में गुरुग्राम के सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में यह मॉकड्रिल हुई। कोविड के मरीज के अस्पताल आने पर बरते जाने वाले ऐहतियात और कोविड संक्रमित मरीज के इलाज की प्रक्रिया की रिहर्सल की गई। सबसे पहले मैक्स व फोर्टिस अस्पताल में कोरोना के उपचार के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। इसके उपरांत उन्होंने सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल पहुंचकर इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू व पीएसए प्लांट का भी निरीक्षण किया।
मॉकड्रिल के उपरांत मीडियाकर्मियों से बात करते हुए डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे कोरोना व उसके नए वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार के परिवार और स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय द्वारा पिछले चार दिनों से निरंतर गाइडलाइंस और एडवाइजरी जारी की जा रही है। अभी गुरुग्राम में कोविड के केवल 16 केस ही एक्टिव है। जिला में पॉजिटिविटी रेट भी एक प्रतिशत से कम है।
नए वेरिएंट की पहचान होते ही लागू होगा कोविड प्रोटोकॉल
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जिला प्रशासन इस पूरे मामले पर करीब से नजर बनाए हुए है। जिला में ऐसे किसी भी मरीज की पहचान होती है तो कोविड प्रोटोकॉल के तहत आगे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में निरन्तर बदल रहा मौसम व कोरोना वायरस एक ऐसा कॉम्बिनेशन हो सकता है जिसमें बूस्टर डोज की महत्ता बढ़ जाती है। उन्होंने कहा की सभी जिलावासी बूस्टर डोज को मिशन मोड पर लेते हुए अपना टीकाकरण करवाना सुनिश्चित करें।
सरकारी व निजी अस्पतालों में कुल बेड की संख्या छह हजार
डीसी निशांत कुमार यादव के मुताबिक गुरुग्राम में सरकारी व निजी अस्पतालों में कुल बेड की संख्या छह हजार के करीब है। ऐसे में किसी भी आपात स्थिति में यदि हमे डेडीकेटेड वार्ड बनाने की आवश्यकता होगी तो जिला प्रशासन की सभी तैयारिया पूरी हैं। जिला में अभी कोरोना को लेकर स्थिति नियंत्रण में है। जिला के नागरिक कोरोना को लेकर किसी प्रकार का पैनिक क्रिएट ना करें। आने वाले दिनों में इसके मामले ना बढ़े, इसलिए हमें सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि यह समय घबराने का नहीं, बल्कि सतर्क और सावधान रहने का है। सभी को कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा। अस्पतालों, बसों, रेलवे स्टेशनों और बाजारों जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क का इस्तेमाल करने के साथ ही अन्य लोगों को भी फेस मास्क पहनने के लिए जागरूक करें।
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