गुरुग्राम अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यों का भी बोध जरूरी है। युवा पीढ़ी को इसका अहसास कराना होगा। उक्त उद्गार केंद्रीय खेल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने धार्मिक संस्था ब्रह्मकुमारीज के गुडग़ांव बिलासपुर स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर (ओआरसी) के 21वें वार्षिक उत्सव पर उमंगों की तरंगें विषय पर बोलते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि विश्व में महिलाओं को समुचित सम्मान नहीं मिलता, लेकिन भारत में महिलाओं को देवियों के रूप में पूजा जाता है। ब्रह्मकुमारीज का तो नेतृत्व खुद मातृ शक्ति के हाथों में है। उन्होंने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि संस्था जाति, धर्म और सम्प्रदाय से ऊपर उठकर महान कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें एक-दूसरे से नहीं लडऩा है। यदि सबसे बड़ी लड़ाई लडऩी है तो नशे और बुराइयों के खिलाफ लडऩी है। स्वामी हरिओम ने कहा कि आज हर व्यक्ति को सुख, शांति और सौहार्द की आवश्यकता है। ब्रह्मकुमारी इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। जैन मुनि लोकेश ने कहा कि ब्रह्मकुमारी विश्व का सबसे अनूठा संगठन है। पूरे विश्व में संस्था शांति की पुनस्र्थापना का कार्य कर रही है। बीके बृजमोहन ने कहा कि ओआरसी एक परिवार है। यहां पर अलग-अलग प्रांत के होते हुए भी सब भाई-बहन आपसे में प्रेम पूर्वक रहते हैं। केंद्र की निदेशिका बीके आशा ने कहा कि संस्था शांति कुंड का कार्य कर रही है। संस्था में आने वाला हर व्यक्ति आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव करता है। कार्यक्रम में स्थानीय विधायक सुधीर सिंगला, फादर फैलिक्स जॉन, शीला कांकड़े सहित संस्था के सदस्य भी बड़ी संख्या में शामिल रहे। इस अवसर पर संस्था के सदस्यों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरीं। वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित खेल स्पर्धा में विजेताओं को मुख्य अतिथि के पुरस्कृत भी किया।
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